कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर कि मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। शशि थरूर अपने ही बयान पर अब फंसते नज़र आ रहे है।
मामला कुछ इस प्रकार हैं कि शशि थरूर एक जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए आपत्तिजनक ब्यान दे जाते हैं।
अपने ब्यान में कहते हैं कि ‘भारतीय जनता पार्टी द्वारा हिन्दू मुसलमानों के बीच वैर डाला जा रहा हैं एवं भारतीय जनता पार्टी सिर्फ हिन्दुओ को लेकर सचेत है एवं अन्य धर्मों के साथ भेदभाव कर रही है अपितु कांग्रेस पार्टी किसी भी धर्म कि राजनीति नहीं करती एवं सबको साथ लेकर चलती हैं।
इसके बाद भाजपा पर तीखा हमला करते हुए थरूर कहते हैं कि ‘जिस तरह पाकिस्तान में अन्य धर्मों को दबाया जाता हैं ठीक उसी तरह भारतीय जनता पार्टी द्वारा “हिन्दू पाकिस्तान” बनाने कि कोशिश की जा रही हैं’।
उनके इस ब्यान के बाद तो जैसे उन पर सवालों कि झड़ी लग गई। बाद में ट्वीटर पर सफाई देते हुए उन्होंने टवीट किया कि उनके ब्यान का गलत मतलब निकला जा रहा हैं। परन्तु उनकी मुश्किलों में इजाफा जब हुआ जब कोलकाता की निचली अदालत ने उन्हें उनके ब्यान के तहत अदालत के सामने समन होने का नोटिस आया।
कांग्रेस ने भी थरूर के इस ब्यान से खुद को दरकिनार कर लिया है। भाजपा ने इस मुद्दे पर राहुल गांधी को घेरते हुए उन्हें उनकी पार्टी कि तरफ से क्षमा मांगने को कहा हैं। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि शशि थरूर किस तरीके से इस मामले से निबटते हैं।
कोलकाता कि अदालत ने जम्मू-कश्मीर के डिप्टी ग्रैंड मुफ्ती नासिर-उल इस्लाम को भी समन आर्डर भेजा हैं। उन्हें भी उनके विवादित ब्यान ‘भारत के मुसलमानों को अलग राष्ट्र चाहिए’ को लेकर कोलकाता कोर्ट ने मुखातिब होने को कहा हैं।