अपनी तेज तर्रार राजनैतिक नीतियों के लिये जाने जाने वाले एनसीपी नेता शरद पवार हमेशा ही सुर्खियों में बने रहते हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में वो एक अलग ओहदा रखते हैं। पवार की राजनीतिक सूजबूझ और अनुभव उनको राजनीति के दिग्गजों में शुमार करता है। उनकी इन्हीं खूबियों के चलते अटकलें लग रही थी कि वे अगले यूपीए अध्यक्ष हो सकते हैं।
कहा जा रहा है कि अगले महीने सोनिया गांधी के यूपीए अध्यक्ष पद से हटने के बाद शरद पवार को अगला अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पार्टी के लिये अभी तक के सबसे मजबूत व बेहतर विकल्प के तौर पर पवार का नाम सामने आ रहा था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक सोनिया पद पर नहीं रहना चाहती। उनका स्वास्थ्य इसका बड़ा कारण है। इसके बाद पवार के नाम की अटकलें लगनी शुरू हो गयी थी।
लेकिन वहीं, एनसीपी ने इस खबर का पूरी तरह खंडन किया है। पार्टी प्रवक्ता का कहना है कि ये खबरें निराधार हैं। अभी इस विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई है। और न ही अभी यूपीए की तरफ से ऐसा कोई प्रस्ताव पार्टी को मिला है। इस तरह से एनसीपी ने इस खबर को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। लेकिन यूपीए की कमजोर होती छवि को सुधारने और बेहतर करने के लिये पार्टी को इस वक्त ऐसे अध्यक्ष की आवश्यकता है जो पार्टी की साख मजबूत कर सके। ऐसे में शरद पवार एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं।