नोटबंदी पर अब सरकार न सिर्फ घर के बाहर बल्कि घर के अंदर से भी घिरने लगी है। जी हां अब तक इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना विपक्ष करती आ रही थी। चलिए विपक्ष का यह व्यवहार स्वाभाविक है, यह बात मानकर बीजेपी अपने आपको और लोगो को तसल्ली दे सकती है, लेकिन तब क्या हो जब बगावत का सुर अपने ही घर वाले पूरी दुनियां के सामने बजाए।
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जी हां कुछ ऐसा ही हो रहा है बीजेपी के साथ। नोटबंदी पर आजकल उनके ही पार्टी के नेता सरकार की आलोचना कर रहे है। पहले पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को हटाने की मांग करके बीजेपी को सकते में डाल दिया, तो अब वहीं शत्रुघ्न सिन्हा ने भी ट्वीट करके पुरे देश में बवाल मचा रखा है।
उनका यह ट्वीट बीजेपी के लिए किसी सर दर्द से कम नहीं है सर दर्द भी ऐसा जिसक कोई इलाज पार्टी को नहीं समझ आ रहा अपने ट्वीट में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि ( ‘नोटबंदी’ से लोग खुश होते तो जश्न सरकार नहीं, लोग मना रहे होते। ) शत्रुघ्न सिन्हा जी के इस बयान का कोई तोड़ बीजेपी के प्रवक्ताओं को नहीं मिल रहा है। यहीं कारण है कि वो मीडिया न्यूज़ चैनलों में उनके बयान को गोलमोल बात करके घुमा रहे है और जनता को उलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
आपको बता दे की इन दोनों नेताओं के विचार न सिर्फ नोटबंदी बल्कि पार्टी के और भी फैसलों पर सरकार से अलग हैं। इससे पहले अमित शाह के बेटे जय शाह पर लगे आरोपों पर भी ये नेता पार्टी लाइन से अलग बयान देते नजर आ रहे थे। अब देखने वाली बात यह हैं कि विपक्ष को हर बात के लिए उनके ही अंदाज में जवाब देने वाली पार्टी बीजेपी, अपने ही घर के लोगों का सामना कैसे करेगी ।