शंकरसिंह वाघेला ने दावा करते हुए कहा है कि कांग्रेस विरोधी होना छोटे प्रयोग थे। शंकरसिंह वाघेला ने मंगलवार को 2019 में होने वाले लोक सभा चुनाव के बारे बोलते हुए खुद को भाजपा विरोधियो के लिए मध्यस्थ के रूप में बताया। और उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले 2019 के चुनाव में बिना किसी संदेह के कांग्रेस का समर्थन करेंगे।
शंकरसिंह वाघेला ने कहा है कि वह 2019 के चुनावो में गैर बीजेपी पीएम देखना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में या देश में कही भी तीसरा मोर्चा बनता है तो चुनावो में बीजेपी के विरुद्ध डलने वाली वोटो को बांटा जा सकता है। उन्होंने गांधीनगर में अपने रहने के स्थान पर अपने चाहने वालो से मुलाकात भी की।
बैठक के बाद उन्होंने मीडिया के लोगो से बात करते हुए कहा कि गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस से नाराज़ और नाखुश लोग एनसीपी में जा सकते हैं। उनका विचार यह है कि आने वाले चुनावो में बीजेपी के विरुद्ध की वोटो का विभाजन न किया जाये। उन्होंने कहा ऐसा गलती से भी नहीं होना चाहिए। इस बात का ध्यान रखे। राहुल गाँधी ने खुद प्रधानमंत्री पद के लिए बलिदान दिया है। मैं गुजरात में यह कहता हूँ कि गुजरात में कोई विभाजन नहीं होना चाहिए।
राजनीती के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने सवालो का जवाब देते हुए कहा कि राजनीती में कुछ भी स्थायी नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस का समर्थन देने की बात पर ये कहा है कि आने वाले 2019 के लोक सभा चुनावो में वह बिना किसी संदेह के कांग्रेस के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वो हालही में राहुल गाँधी से भी मिले थे। उनका कहना है कि उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह न तो कांग्रेस और न ही एनसीपी का सदस्य बनकर किसी पार्टी में शामिल होंगे।
वघेला ने कहा कि जो पार्टी बीजेपी का विरोध करती थी उनमे समन्वय की कमी थी। केरल तथा पश्चिम बंगाल का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस, वामपंथी दाल तथा टीएमसी जैसी पार्टिया जो बीजेपी का विरोध करती थी, वो भी आज आपस में युद्ध कर रही है।
वाघेला ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह वो सरकार है जिसने पीछे 4.5 सालो में विज्ञापनों द्वारा, त्योहारों द्वारा, बस खुद का प्रचार किया है। यह सरकार किसानो तथा मजदूरो के खिलाफ रही है।