व्हाट्सप्प नें हाल ही में अपने नियमों में बदलाव करने की बात कही है। व्हाट्सप्प नें अभी यह नियम सिर्फ यूरोपीय देशों में लागु किया है।
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया की वेबसाइटों पर निजता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। फेसबुक पर आरोप लगे थे कि कंपनी नें लोगों की जानकारी प्राइवेट कंपनियों को बेची है।
इसी सन्दर्भ में आज फेसबुक द्वारा संचालित व्हाट्सप्प नें भी इस विषय में कड़ा फैसला लेते हुए यह फैसला किया है। व्हाट्सप्प नें अपने ब्लॉग के जरिये यह जानकारी दी।
यूरोप में पहले न्यूनतम उम्र व्हाट्सप्प इस्तेमाल करने की 13 वर्ष थी। अब इसे बढ़ाकर 16 साल कर दिया गया है। विश्व के अन्य देशों में व्हाट्सप्प इस्तेमाल करने की न्यूनतम उम्र अभी भी 13 वर्ष है।
कंपनी के मुताबिक वह अपने नियमों में जल्द बदलाव करेगी और जब भी कोई नया उपभोगता व्हाट्सप्प का इस्तेमाल करता है, तो उससे पूछा जाएगा कि वह 16 साल से ज्यादा है या नहीं।
इस विषय में अभी तक यह साफ़ नहीं हुआ है कि कंपनी उम्र को किस तरह चेक करेगी?
दूसरी ओर फेसबुक नें भी इस विषय में कड़े कदम उठाये हैं। फेसबुक ने यूरोपीय देशों के कानून का पालन करते हुए 13 साल से 15 साल के बीच के ग्राहकों पर कुछ प्रतिबन्ध लगाये हैं।
फेसबुक नें ऐसा नियम बनाया है कि यदि 15 साल से छोटा बच्चा है, तो उसे अपनी जानकारी साझा करने के लिए अपने अभिभावकों या किसी बड़े की अनुमति लेनी होगी। इसके बाद ही बच्चा अपनी जानकारी फेसबुक पर डाल सकते हैं।
आपको बता दें कि व्हाट्सप्प विश्व में सबसे बड़ी मेसेज सेवा कंपनी है और इस समय करीबन 1.5 अरब लोग व्हाट्सप्प से जुड़े हुए हैं।
व्हाट्सप्प नें बताया, “हमारी कोशिश है कि हम ग्राहकों को यह समझा सकें कि हम उनकी बहुत ही कम जानकारी लेते हैं और उसे सुरक्षित रखते हैं।”
व्हाट्सप्प पर विवाद
व्हाट्सप्प की शुरुआत साल 2009 में हुई थी। इसके बाद से कंपनी कई बार विवादों में घिर चुकी है।
हाल ही में कंपनी पर यह आरोप लगा था कि दो लोगों के बीच भेजे गए मेसेज को कंपनी पढ़ती है और लीक करने की क्षमता रखती है।
कंपनी पर यह भी आरोप था कि व्हाट्सप्प अपनी मालिका कंपनी फेसबुक के साथ जानकारी साझा करती है।
फेसबुक खुद पिछले महीनें कैंब्रिज अनालीटिका नामक कंपनी की वजह से मुसीबत में पड़ गयी थी, जब यह खबर आई थी कि फेसबुक से बहुत बड़ी मात्रा में जानकारी लीक की गयी है।
इस घटना के बाद से ही फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया कंपनियों पर कई तरह के आरोप लगाये गए थे।
चूंकि व्हाट्सप्प और इन्स्टाग्राम फेसबुक की ही सहभागी हैं, इन्हीं कारणों से इन कंपनियों भी लोगों नें सवाल उठाये थे।
फेसबुक के अलावा गूगल और एप्पल जैसी कंपनियां भी शक के घेरे में हैं।
जाहिर है ये सभी कंपनियां लोगों की जानकारी स्टोर करती हैं। लोगों नें अब तक इनपर यह सवाल नहीं उठाये थे कि ये कंपनियां लोगों की जानकारी को सुरक्षित कैसे रखती हैं?
अब हालाँकि जब यह पता लगने लगा है कि इस प्रकार जानकारी का गलत इस्तेमाल भी किया जा सकता है, तो लोग ज्यादा जागरूक हो गए हैं।