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    व्हाट्सप्प

    भारत जैसे विशाल देश में फ़र्जी खबरों का पर्याय बन चुके व्हाट्सएप अब इस संबंध में किसी भी तरह की ढील बरतने के मूड में नहीं है।

    हालिया जारी बयान में व्हाट्सएप ने कहा है कि राजनीतिक पार्टियाँ उस तरह से व्हाट्सएप का उपयोग नहीं कर रहीं हैं, जिस तरह से उन्हे दिशा निर्देश दिये गए थे, ऐसे में व्हाट्सएप ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वो ऐसी पार्टियों के अकाउंट बैन कर देगा।

    गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव महज कुछ ही महीने की दूरी पर है, ऐसे में ‘फेक न्यूज़’ का चलन फिर से बढने की आशंका है। हालाँकि अभी तक ‘फ़ेक न्यूज़’ के चलते अपनी फजीहत करवाने वाले व्हाट्सएप ने अबकी बार कोई कसर न छोडने का संकल्प लिया है।

    व्हाट्सएप भारत में कितना प्रचलित है इस बात का अंदाज़ा आप इसी बात से ही लगा सकते हैं कि भारत में करीब 23 करोड़ लोग व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं।

    व्हाट्सएप ने कम्युनिकेशन हेड कार्ल वूग ने दिल्ली में मीडिया से रूबरू होते हुए बताया है कि उन्होने राजनीतिक पार्टियों के लिए कुछ दिशानिर्देशों को जारी किया था, जिनका पालन किया जाना आवश्यक था, लेकिन राजनीतिक पार्टियाँ ऐसा नहीं कर रहीं है। ऐसे में जल्द ही व्हाट्सएप इन पार्टियों के अकाउंट को बैन करने पर विचार कर सकता है।

    वूग ने कहा है कि व्हाट्सएप को ब्रॉडकास्टिंग प्लैटफ़ार्म की तरह इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। व्हाट्सएप ने हाल ही में एक ‘स्टॉपिंग एब्यूज़’ नाम का स्वेत पत्र भी जारी किया था।

    वूग ने यह भी बताया है कि व्हाट्सएप ने पिछले कुछ महीनों में ही दुनिया भर से करीब 20 लाख अकाउंट को बैन किया है।

    वैश्विक स्तर की बात करें तो व्हाट्सएप के पास करीब 1.5 अरब का यूजर बेस है। व्हाट्सएप ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगले चुनावों के लिए उसने अपनी रणनीति के विषय में चुनाव आयोग को अवगत करवा दिया है।

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