हाल ही में कुछ समय से खबर मिल रही थी की जल्द ही व्हाट्सएप और फेसबुक का एकीकरण हो सकता है जिससे यूजर फेसबुक से व्हाट्सएप में मेसेज भेज पायेंगे। इसी बीच फेसबुक के मुख्या कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने चुप्पी तोड़ी है और कहा है की यह एक लम्बी अवधि की योजना है। ऐसा 2020 से पहले होना संभव नहीं है।
न्युयोर्क टाइम्स ने पेश की थी यह रिपोर्ट :
न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा हाल ही में पेश की गयी रिपोर्ट में बताय गया था की फेसबुक के सभी कर्मचारियों के बीच एन्ड टू एन्ड एन्क्रिप्शन प्रकिया के बारे में चर्चा चल रही है। यदि ये बदलाव किये जाते है तो एक व्यक्ति व्हाट्सएप से फेसबुक मैसेज भेजने में सक्षम होगा।
हालांकि अभी यह केवल प्रस्तावित है अभी यह जारी नहीं किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार इस पर बातचीत चल रही है।
मार्क जुकरबर्ग का बयान :
गुरूवार को फेसबुक की तिमाही की आय और मुनाफा घोषित करने के बाद इस मामले में चर्चा की। उन्होंने कहा की योजनाओं को अंतिम रूप देने से पहले हमें और भी बहुत कुछ जानने की जरूरत है। यह एक लंबी अवधि की परियोजना होने जा रही है, जो मुझे लगता है कि संभवत: हम इसे 2020 से पहले अंजाम नहीं दे पायेंगे।
उन्होंने अपनी उत्सुकता जताते हुए कहा “पहला कारण जिसके बारे में मैं उत्साहित हूं, वह हमारे उत्पादों में अधिक डिफ़ॉल्ट रूप से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन पर जा रहा है। व्हाट्सएप में लोग वाकई इसे पसंद करते हैं। मुझे लगता है कि यह दिशा है कि हमें भविष्य में और चीजों के साथ जाना चाहिए। “
एकीकरण के होंगे ये फायदे :
बेंजामिन एन कार्डोजो स्कूल ऑफ लॉ के एक प्रोफेसर सैम वेनस्टाइन ने कहा की यदि एकीकररण और एन्क्रिप्शन किया जाता है तो एक यूजर की निजी जानकारी ज़्यादा सुरक्षित हो जायेगी। इससे एंटीट्रस्ट रेगुलेटर भी फेसबुक पर इलज़ाम नहीं लगा पाएंगे। लेकिन इन इल्ज़ामों से बचना ही एकीकरण से फेसबुक का नहीं है।
हालांकि ऐसा करने से भी जानकारी लीक होने के सारे खतरे ख़त्म नहीं होते है। इसके बाद भी जानकारी लीक होने के चांस होते हैं। लेकिन इससे फेसबुक aउस डेटा का उपयोग विज्ञापन और लक्षित सेवाओं के लिए अधिक शुल्क ले सकता है, हालांकि इसके लिए मैसेंजर और इंस्टाग्राम में संदेश सामग्री के आधार पर विज्ञापनों को भी छोड़ना होगा।