भारतीय कानून के तहत जो भी तकनीकी कंपनीयां भारत में अपना काम संचालित कर रही हैं उन्हे देश में अपने एक शिकायत अधिकारी को नियुक्त करना ही होगा।
इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए भारत में करीब 20 करोड़ सक्रिय उपयोगकर्ता होने बावजूद व्हाट्सएप्प ने उन सभी के निस्तारण के लिए महज एक आदमी की नियुक्ति की है। इसकी जानकारी व्हाट्सप्प नें अपनी वेबसाइट के जरिये दी।
ज्ञात हो कि अभी कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा था कि व्हाट्सएप्प के द्वारा बहुत ही तेज़ी से झूठी खबरें फैलाई जा रही है, और इसी कारण 17 अलग अलग घटनाओं करीब 29 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।
इन सभी घटनाओं में एक बात तो समान थी वो था व्हाट्सएप्प पर झूठी खबरों का तेज़ी से फैलना।
इसी के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सख़्त निर्देश दिये थे कि इस तरह की सभी तकनीकी कंपनीयों को देश में ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति करनी होगी जो इसके संदर्भ में आने वाली शिकायतों का त्वरित रूप से निस्तारण कर सकें।
इसी आदेश के परिणाम स्वरूप व्हाट्सएप्प ने देश में सिर्फ एक शिकायत अधिकारी की नियुक्ति की है।
इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए हुए आप को बताते चलें कि व्हाट्सएप्प एक अकेली ऐसी कंपनी नहीं जिसने इस तरह की दिखाई है, भारत में होने वाली शिकायतों के लिए गूगल ट्वीटर व फेसबुक के शिकायत अधिकारी इन कंपनीयों के हेडक्वार्टर में ही हैं।
इस तरह के सवाल सामने आने पर कंपनियां तर्क देती हैं कि भारतीय कानून के अनुसार ये जरूरी नहीं है कि शिकायत अधिकारी भारत में रह कर ही समस्या को हल करे।
ऐसा करने के पीछे कारण होता है कि ये कंपनीयां नहीं चाहती हैं कि किसी भी तरह की अनहोनी होने पर संबधित अधिकारी की गिरफ्तारी हो।