राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा कि “अमेरिका और रूस के सम्बन्ध दिन ब दिन बिगड़ते जा रहे हैं। रूस पर मौजूदा अमेरिकी प्रशासन ने दर्ज़नो प्रतिबंधों को थोप रखा है।” रुसी राष्ट्रपति का इंटरव्यू गुरूवार को प्रकाशित किया गया था। इस माह के अंत में जी 20 के सम्मेलन का आयोजन होगा जिसमे रुसी राष्ट्रपति और अमेरिकी राष्ट्रपति की मुलाकात हो सकती है।
रूस और अमेरिका के सम्बन्ध सीरिया से लेकर यूक्रेन तक और अमेरिकी राजनीति में रुसी दखलंदाज़ी के आरोप तक सबसे बिगड़ रहे हैं। पुतिन ने मीर टीवी चैनल से कहा कि “हमारे सम्बन्धो का ग्राफ नीचे की तरफ खिसक रहा है, वह बदतर से बदतर होते जा रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में अमेरिका के मौजूदा प्रशासन ने रूस के खिलाफ दर्जनों प्रतिबंधों को मंज़ूरी दी है।”
अमेरिका के साथ मॉस्को के सम्बन्ध बिगड़ते जा रहे हैं और चीन के साथ संबंधों में गहराई आती जा रही है। इस गहराती रणनीतिक साझेदारी से अमेरिकी नीतिनिर्माताओं की भौहें खड़ी हो गयी है। ट्रम्प ने बुधवार को पत्रकारों से कहा था कि वह जापान में आयोजित जी 20 में व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे।
रूस ने दिन की शुरुआत में कहा था कि “मुलाकात का विचार हवा में झूल रहा है और विशेषकर इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है। ट्रम्प ने बुधवार को कहा कि “मुझे उम्मीद है कि रूस के साथ एक महान संबंधों को बनाया जायेगा। लेकिन उन्होंने पोलैंड में 1000 सैनिको की तैनाती का संकल्प किया था।”
उन्होंने कहा कि “वह रूस के नॉर्ड स्ट्रीम 2 नेचुरल गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर लागू प्रतिबंधों पर विचार किया जा रहा है और जर्मनी को चेतावनी दी कि ऊर्जा के लिए रूस पर निर्भर न रहे।” व्यापार युद्ध में रूस ने हमेशा चीन के पक्ष का समर्थन किया है और इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि “उनके संबंधों में उतार-चढ़ाव के बावजूद उन्हें वांशिगटन के साथ सरल सम्बन्ध की कामना है।”
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि “हमें वाकई उम्मीद है कि अंत तक उन्हें व्यवहारिक ज्ञान आ जायेगा। हम अपने सभी साझेदारों के साथ आगामी जी-20 सम्मेलन में किसी फ्रेमवर्क पर पहुंच सकते हैं, जो आर्थिक सहयोग के लिए स्थिर हालातो को उत्पन्न करे और यह रचनात्मक होगा।”