विगत 2013 में मध्यप्रदेश का व्यापम घोटाला काफी सुर्खियों में रहा था। इस घोटाले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। वही दूसरी तरफ सीबीआई ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस मामले में क्लीनचिट दी है। क्योकि हार्डडिस्क मामले में शिवराज का कही जिक्र नहीं किया गया है।
व्यापम घोटाला भारतीय राज्य मध्यप्रदेश से जुड़ा प्रवेश एवं भर्ती घोटाला है, जिसके पीछे कई नेताओ, वरिष्ठ अधिकारियों और व्यवसाइयों का हाथ है। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने मेडिकल के एग्जाम में बैठे कुछ फ़र्ज़ी छात्रों को गिरफ्तार किया। इस घोटाले में नेता और अधिकारियों के सम्मलित होने की पुष्टि की गई। वही इस मामले की आंच सीएम शिवराज सिंह चौहान तक पहुंच गई थी।
शिवराज के लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है। अगले वर्ष मध्यप्रदेश में चुनाव होने वाले है और चौहान इसका सामना करेंगे। विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष अपने आरोपपत्र में एजेंसी ने कहा है कि व्यापम के एक अधिकारी नितिन महिंद्रा से बरामद हार्डडिस्क की जब पुलिस ने फोरेंसिक जांच करवाई तो यह सामने आया कि चौहान के नाम का जिक्र ही नहीं किया गया है।