भारत में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए दूसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है। पहले चरण में हेल्थ वर्कर और कोरोना वरियर्स को टीका लगाया गया था। इसके बाद दूसरे चरण में 60 साल से ज्यादा लोगों को को वैक्सीन की डोज दी जाने वाली है। इसके अलावा 45 साल से ऊपर का कोई व्यक्ति जो गंभीर बीमार है, तो उन्हें भी कोरोना वैक्सीन की डोज दी जाएगी।
कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में कई नेताओं ने भी वैक्सीन लगवाई। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज दिल्ली के एम्स में वैक्सीन लगवाई। सिस्टर निविदा ने प्रधानमंत्री को वैक्सीन की डोज़ दी। प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से यह जानकारी साझा करी। इसके बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार, ओडीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक आदि ने भी वैक्सीन लगवा कर खुशी जाहिर की।
इनके अलावा नेपाल की आर्मी के चीफ पूर्णचंद्र थापा ने भी भारत में बनी वैक्सीन लगवाईय। नेपाल आर्मी ने इस के संदर्भ में जानकारी साझा करी। देश के गृह मंत्री अमित शाह भी आज कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने सरकारी अस्पताल जाकर वैक्सीन लगवाई थी। लेकिन अमित शाह को उनके आवास पर वैक्सीन लगाई जाएगी। देशभर के नेताओं के द्वारा वैक्सीन लगाए जाने और विशेषकर प्रधानमंत्री के द्वारा वैक्सीन लिए जाने के बाद जनता का वैक्सीनेशन के प्रति विश्वास और बढ़ जाएगा।
प्रधानमंत्री के अलावा मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री समेत और भी कई अन्य नेताओं ने वैक्सीन लगवा ली है। नेताओं ने अपनी बारी के हिसाब से वैक्सीन लगवाई है। किसी ने कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई। इसे अनुशासन के एक बेहतरीन उदाहरण के तौर पर समझा जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से अपनी वैक्सीन लेते वक्त की फोटो को ट्वीट किया और लिखा कि आज उन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली है। उन्होंने डॉक्टरों और साइंटिस्टों के काम को भी सराहा और जनता से भी अपील की कि जो लोग दूसरे चरण के लिए योग्य हैं, वे जल्द ही वैक्सीन लेकर देश को कोरोना से लड़ने में मदद करें।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी कोरोना की वैक्सीन ली। उन्होंने घोषणा की हुई है कि बिहार सभी को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त दी जाएगी और लोगों को अपने आधार कार्ड और कागज़ात दिखा कर वैक्सीन लेने दिया जाएगा। कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण के लिए देशभर में तैयारियाँ पूरी कर ली गई थी। वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 27 करोड लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। 12,000 से ज्यादा सरकारी व निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
यदि सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन करवाया जाता है, तो वहां मुफ्त में वैक्सिंग मिलेगी। लेकिन निजी अस्पतालों व डिस्पेंसरी में वैक्सीन के लिए ढाई सौ रुपए देने होंगे। कुछ राज्यों में वैक्सीनेशन मुफ्त है। वैक्सीन लेने के लिए एक निश्चित प्रक्रिया को अपनाना होगा। उसके बाद ही वैक्सीन लगाई जाएगी। सबसे पहले इस प्रक्रिया में अपना रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। भारत के उपराष्ट्रपति वैंकेया नाएडू ने भी चैन्नई के सरकारी मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन का पहला डोज लिया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि वे 28 दिन बाद दूसरी डोज भी लेंगे। साथ ही उन्होंने आम लोगों से भी वक्त पर टीका लगवाने की अपील की है।