वेनेजुएला के स्वतंत्रता दिवस 5 जुलाई के मौके पर विद्रोही रैली निकाली थी और इसकी अध्यक्षता निकोलस मादुरो और विपक्ष के नेता जुआन गुइदो ने की थी। 5 जुलाई को देश में 1811 स्वतंत्रता का ऐलान किया था। मादुरो ने सैन्य परेड का आयोजन पासो दे लोस प्रोसर्स में किया था।
इसके आलावा गुइदो को उनके समर्थकों ने उम्मीद को न त्यागने के लिए प्रोत्साहित किया था। गुइदो ने कहा कि “छोड़ो मत, हम वहां पंहुचने वाले हैं। कोई संदेह नहीं है। हम जरुर सफल होंगे।” यूएन मानवधिकार के प्रमुख ने वेनेजुएला में कानून को तोड़ने पर फटकार लगाई है।
उन्होंने वेनेजुएला में राजनीतिक विरोधियों और कार्यकर्ताओं पर हमले की आलोचना की है और इसमें प्रताड़ना और हत्या भी शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक, कराकास के आंकड़ो के अनुसार करीब 7000 लोगो को सुरक्षा कारणों से वेनेजुएला में बीते डेढ़ वर्षों में मौत हुई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, वेनेजुएला में अन्य व्यापक स्तर पर मानव अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और विपक्षी नेता जुआन गुइदो के बीच राजनीतिक संघर्ष जारी है। विपक्ष के नेता जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था जिसके बाद देश से में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बना हुआ है।
जुआन गाइडो का अमेरिका सहित 50 राष्ट्रों ने समर्थन किया था। मादुरो ने आरोप लगाया कि उनके विरोधियों ने नाकाम तख्तापलट की कोशिश की थी।
आर्गेनाइजेशन ऑफ अमेरिकन स्टेट की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले वर्ष तक वेनेजुएला से लोगो के पलायन की संख्या 80 लाख तक पंहुच जाएगा और यह प्रवासी संकट विश्व का सबसे बड़ा संकट बन जायेगा।
जनवरी 2017 में सत्ता में आने के बाद ट्रम्प सरकार ने काराकास पर दबाव काफी बढ़ा दिया है और 100 से अधिक वेनेजुएला के अधिकारियों और मादुरो के करीबियों मसलन, उनकी पत्नी, प्रथम महिला सिलिया फ्लोर्स पर आर्थिक प्रतिबन्ध लागू किये हैं।