वेनेजुएला कई वर्षों से मानवीय संकट के दौर से गुजर रहा है और राष्ट्रपति हमेशा बाहरी मदद के लिए इंकार करते रहे हैं। मंगलवार को मादुरो सरकार ने रेड क्रॉस को 24 टन मेडिकल उपकरणों को भेजने की अनुमति दे दी है। यह मानवीय संकट से जूझ रहे देश में राहत की शुरुआत के संकेत है।
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज का पहला शिपमेंट कैरकस के हवाईअड्डे पर पंहुच चुका है। इसमें मेडिकल उपकरण और अस्पतालों के लिए पावर जनरेटर है जो 650000 वेनेजुएला के नागरिको की मदद करेंगे। आगामी दिनों में इस सामग्री को जनता में वितरित किया जायेगा।
जनता की जरुरत के मुताबिक मानवीय सहायता का निर्यात राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गाइडो के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंदिता का जरिया बन गया था। इस संघर्ष का परिणाम जनता की कुर्बानी है। मंगलवार को वेनेजुएला में रेड क्रॉस के अध्यक्ष ने कहा कि “सहायता को राजनीतिक विवाद में परिवर्तित नहीं करना चाहिए और उन्होंने राजनेताओं से सहयोग का आग्रह किया है।”
उन्होंने कहा कि “यह सामग्री हमारे मूवमेंट के मूल सिद्धांतों के अनुरूप ही वितरित की जाएगी, विशेषकर तटस्थता, निष्पक्षता और स्वतंत्रता से इसका वितरण होगा। इस महान उपलब्धि का राजनीतिकरण करने की इजाजत हम नहीं देंगे।” एजेंसी के मुताबिक, सीरिया में गृह युद्ध की शुरुआत के बाद वेनेजुएला में राहत उनका सबसे बड़ा प्रयास होगा।
संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, देश के एक चौथाई जनता को मूल सुविधाओं और भोजन की अत्यधिक जरुरत है और इसकी मांग बढ़ सकती है। आईएमएफ के आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था 25 फीसदी कम हो सकती है। वेनेजुएला से रोजाना 5500 लोग मुल्क छोड़कर भाग रहे हैं और यह विश्व का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट है।
रेड क्रॉस को मुल्क में प्रवेश की अनुमति जनता तक जरुरत की सामग्री पंहुचाने का भाग है लेकिन मादुरो के विरोधी इसे एक जीत के तौर पर लेकर जश्न मना रहे हैं। विपक्ष के नेता ने ट्वीटर पर कहा कि “हमारी जनता के लिए आज मानवीय सहायता का पहला शिपमेंट पंहुच जायेगा। यह वेनेजुएला की जनता के दबाव और हमारे अंतरिम राष्ट्रपति जुआन गाइडो के समर्थन और वैध नेशनल असेंबली के कारण हो सका है।