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    विपक्षी नेता जुआन गाइडो

    वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गाइडो ने शनिवार को अपने समर्थकों से राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर दबाव कायम रखने के लिए प्रदर्शन करने का आग्रह किया था। विपक्षी नेता के समर्थन में हज़ारो लोगों ने शनिवार को प्रदर्शन किया था। वेनेजुएला में बिजली और पानी की सुविधाओं को ठप कर दिया गया है।

    प्रदर्शन का आग्रह

    जुआन गाइडो ने खुद को 50 से अधिक सरकारों के समर्थन से वेनेजुएला का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया था। शुक्रवार को ट्वीटर पर लिखा कि “सड़कों पर प्रदर्शन जारी रखो, यह लड़ाई वेनेजुएला के सभी नागरिकों के लिए हैं।” वेनेजुएला की हालात के लिए अमेरिका को जिम्मेदार मानने वाले निकोलस मादुरो ने भी अपने समर्थकों से शान्ति के लिए प्रदर्शन की मांग की थी।

    गाइडो ने बीते सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि “उन्हें सरकारी एजेंटो द्वारा गिरफ्तार करने का भय है क्योंकि मादुरो समर्थक सांसदों ने उनकी पार्लिनमेंटरी इम्युनिटी छीन ली है और देश की शीर्ष अदालत को खुद को राष्ट्रपति घोषित करने के इल्जाम में सज़ा देने का अधिकार भी दे दिया है।”

    विपक्षी नेता जुआन गाइडो के अंतरिम राष्ट्रपति की घोषणा के बाद सबसे पहले अमेरिका ने उन्हें समर्थन किया था। मादुरो पर सत्ता छोड़ने के लिए दबाव कायम है। उपराष्ट्रपति माइक पेन्स ने वेनुजुएला की कंपनी से जुड़े 34 जहाजों और दो कंपनियों पर प्रतिबन्ध लगाए थे। उन्होंने कहा कि “लोकतंत्र के शांतिपूर्ण परिवर्तन लाने के लिए अमेरिका कूटनीतिक और आर्थिक दबाव बनाये रखेगा।

    अमेरिका की चाल

    अमेरिका के हालिया प्रतिबन्ध नकदी से जूझ रहे निकोलस मादुरो की सरकार को सत्ता से बेदखल करना है, जिसे चीन और रूस का समर्थन हासिल है। अगले बुधवार को वेनेजुएला के संकट पर चर्चा के लिए अमेरिका ने यूएन से विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।

    इस साल के शुरुआत में अमेरिका ने वेनेजुएला के तेल उद्योग में कई अतिरिक्त प्रतिबन्ध थोपे थे ताकि निकोलस मादुरो की सरकार को कमजोर किया जा सके। अमेरिका ने वेनेजुएला की पेट्रोलेस डी वेनुजुएला (पीडीवीएसए) स्टेट आयल कंपनी पर प्रतिबन्ध लगाए थे।

    इन प्रतिबंधों के कारण वेनेजुएला का कच्चे तेल का निर्यात पहले दिन से ही 920000 बैरल प्रतिदिन तक गिर गया था। राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा कि “अमेरिका के तेल युद्ध शुरू करना चाहता है ताकि वह हमारे मुल्क पर कब्ज़ा कर सके और यहां हुकूमत कर सके।”

    48 वर्षीय वेरोनी मेंडेज़ ने कहा कि “हमने बहुत कोशिश की लेकिन हमें सड़कों पर उतरना पड़ा क्योंकि लोगों के पास इस हालत बाहर निकलने का यही एकमात्र रास्ता था। हम बीते दो महीनो से बिना पानी के गुजारा कर रहे हैं।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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