संयुक्त राष्ट्र ने रविवार को वेनेजुएला के शरणार्थियों के लिए मानवीय मदद के लिए अधिक मदद की गुहार लगायी है। वेनेजुएला के नागरिक दूसरे राष्ट्रों की तरफ भाग रहे हैं और सामाजिक सुविधायों में वृद्धि से स्थानियों के बीच तनाब काफी बढ़ गया था।
शरणार्थियों के लिए यूएन उचायुक्त फिल्लिपो ग्रंदी ने इस हफ्ते ब्राज़ील के शहर पकारैमा की यात्रा की योजना बनायीं थी लेकिन विभाग ने निरंतर निवासियों के प्रदर्शनों के कारण इस यात्रा को रद्द करने की सलाह दी थी। इस इलाके निवासी रोजाना 500 वेनेजुएला के नागरिको के आगमन से नाखुश है।
बीते हफ्ते पकारैमा में निवासियों ने दुकानों को बंद कर दिया था और सडको पर प्रदर्शन किया था और नारे लगाये कि वेनेजुएला बाहर जाओ, पकारैमा हमारा है। ग्रांडी ने कहा कि वित्तीय संस्थान जैसे विश्व बैंक और आंतरिक अमेरिकी विकास बैंक जुड़े हुए हैं उन्हें स्वास्थ्य सिस्टम और शिक्षा में तीव्रता की जरुरत है।
यूएनएचसीआर ने एक रिपोर्ट में कहा था कि करीब 43 लाख वेनेजुएला के नागरिकों ने देश में आर्थिक और राजनीतिक संकट के कारण दूसरे देशों का रुख किया था। अमेरिकी राज्यों के संगठन ने कहा कि अगले वर्ष अंत तक 80 लाख लोग वेनेजुएला से भाग जायेंगे और यह विश्व का सबसे बड़ा प्रवासी संकट होगा।
दक्षिणी अमेरिकी राष्ट्र आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। देश में राजनीतिक संकट इस वर्ष के शुरू में आया था जबकि आर्थिक संकट एक दशक पुराना है।
वेनेजुएला में मादुरो को सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष ने एक अभियान की शुरुआत की थी। संसद में विपक्ष के नेता ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। अमेरिका ने तत्काल गुइडो को समर्थन दिया था।