वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने सोमवार को नेशनल असेंबली में जल्द चुनावो के आयोजन का प्रस्ताव दिया है। इस सदन के अध्यक्ष विपक्ष के नेता जुआन गाइडो है। मादुरो ने कहा कि “हम इस मूल संस्थान को वैध कर देंगे जो पिछले पांच सालो से वैध नहीं की गयी थी।”
वेनेजुएला में आखिरी चुनाव साल 2015 में हुए थे जहां गाइडो के विपक्षी दल ने बहुमत हासिल किया था और अगले चुनाव का आयोजन साल 2020 के अंत में होने की सम्भावना है। हालाँकि मादुरो ने चुनावो के आयोजन की कोई तय तिथि नहीं जारी की है।
वेनेजुएला अभी राजनीतिक संकट के दौर से गुजर रहा है और यह महंगाई, ब्लैकआउट्स और जल व दवाइयों की कमी से स्थिति काफी बिगड़ गयी है। जनवरी में जान प्रदर्शन के दौरान गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया है और इस ऐलान को तत्काल अमेरिका का समर्थन मिला था।
विपक्षी नेता को 50 से अधिक पश्चिमी देशों का समर्थन प्राप्त है इसमें जापान, ब्रिटेन, फ्रांस और अमेरिका भी शामिल है। जनवरी में मादुरो ने चुनावो के बाद दूसरी दफा शपथ ली थी और अधिकतर देशों ने चुनावो में धांधली का आरोप लगाया था। देश में व्यापक स्तर पर फैली भुखमरी और दवाइयों के की कमी के लिए मादुरो अमेरिका को कसूरवार मानता है।
हालाँकि अधिकतर अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, वेनेजुएला में मंदी का दौर अमेरिकी प्रतिबंधों से काफी समय पूर्व शुरू हो गया था। बहरहाल इस प्रतिबंधों ने देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को अत्यधिक दूभर कर दिया था। मादुरो के सरकार के खिलाफ विपक्ष के प्रदर्शन मे सैकड़ों लोगो की हत्या हुई है। आर्थिक मुसीबत ने 30 लाख वेनेजुएला की जनता को बर्बादी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है।