वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने गुरूवार को कहा कि “वेनेजुएला की शान्ति में बाधा पंहुचाने वाले आदेशों को कोलोम्बिया की सेना को मानने से इंकार कर देना चाहिए।” दक्षिणी अमेरिकी देशों के बीच संबंधों के तल्ख्पूर्ण होने का तह हालिया चित्र है।
कोलोम्बिया की सेना करे आज्ञा का उल्लंघन
रायटर्स के मुताबिक, निकोलस मादुरो ने कोलोम्बिया के नेता इवान दुकुए को निरंतर अमेरिका का नौकर कहा है और इवान पर उन्हें सत्ता से बाहर निकलने की साजिश रचने का कसूरवार ठहराया है। बहरहाल, इवान ने कहा कि “मादुरो कोलोम्बिया के वामपंथी विद्रोही संगठनो को सुरक्षा पनाह मुहैया करने का प्रस्ताव देते हैं। साथ ही उन्होंने मादुरो पर नेशनल लिब्रेशन आर्मी के नेतृत्व को हथियार मुहैया करने का आरोप लगाया है।”
राज्य के टीवी पर प्रसारित भाषण में वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने कहा कि “कोलोम्बिया की सेना को हमारी महान पितृसरजमीं की के लोगो की सहमति के लिए एकजुट हो जाना चाहिए, कोलोम्बिया में सैन्य बेस को ख़ारिज करना चाहिए, वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य आक्रमकता की योजनाओं को ख़ारिज करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि “कोलोम्बिया की सेना को रोजाना वेनेजुएला की शान्ति को भंग करने के लिए आदेश मिलते हैं, वेनेजुएला की शांति में बाधा पंहुचाने वाले आदेशों की अवज्ञा करनी चाहिए।”
मादुरो ने फ़रवरी में कोलोम्बिया के साथ सभी कूटनीतिक संबंधों को तोड़ दिया था जब अमेरिका ने कोलोम्बिया सीमा के जरिये कराकस को मानवीय सहयता मुहैया करने की कोशिश की थी। इसके लिए वेनेजुएला के विपक्ष के नेता जुआन गुइडो ने आग्रह किया था।
गुइडो ने खुद को जनवरी में देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था जिसके बाद देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल उत्पन्न कर दिया था। गुइडो को तत्काल अमेरिका सहित 50 पश्चिमी देशों ने समर्थन दिया था।
वेनेजुएला आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। दक्षिणी अमेरिकी राष्ट्र आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। देश में राजनीतिक संकट इस वर्ष के शुरू में आया था जबकि आर्थिक संकट एक दशक पुराना है।