कनाडा के विदेश मंत्री क्रिस्टीआ फ्रीलैंड के मुताबिक रविवार को वेनेजुएला में अपने दूतावास के कार्यो को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया है। उन्होंने कहा कि “इस माह के आखिरी तक वेनेजुएला में मादुरो शासन तक कनाडा के राजनयिक दूतावास के कार्यों के लिए मौजूद नहीं होंगे और उनके वीजा की समयसीमा समाप्त हो चुकी है। इसलिए हम वहां से निकल गए और कोई विकल्प मौजूद नहीं था। हमने अस्थायी तौर पर वेनेजुएला में कनाडा के दूतावास के कार्यों को अनिश्चित समाय के लिए स्थगित कर दिया है, यह तत्काल प्रभावित होगा।”
दूतावास का कार्य स्थगित
रायटर्स के मुताबिक कनाडा के विदेश मंत्री ने कहा कि “कोलोम्बिया में कनाडा के दूतावास के जरिये वेनेजुएला के नागरिकों को राजनयिक सहायता मुहैया की जाएगी।” वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो द्वारा शपथ लेने के बाद देश में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हुए थे।
विपक्ष के नेता जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और मादुरो से तत्काल सत्ता त्यागने की मांग की थी। अमेरिका ने तत्काल गाइडो को अपना समर्थन दिया और इसके बाद करीब 50 पश्चिमी देशों ने जुआन गाइडो को अपना समर्थन दिया था।
तख्तापलट की कोशिश
कई पश्चिमी देशों ने मांग की कि या तो मादुरो को देश में नए सिरे से चुनावो का आयोजन करना चाहिए या सत्ता का त्याग करना चाहिए। मादुरो ने चुनावो के आयोजन के विचार को खारिज कर दिया और सेना के समर्थन के साथ सत्ता पर बरक़रार है।
राष्ट्रपति ने अमेरिका पर नकाल तख्तापलट की कोशिश के आरोप लगाए हैं। देश में आर्थिक और राजनीतिक संकटो का ठिकड़ा भी मादुरो ने अमेरिका के प्रतिबंधों पर फोड़ा है। जानकारों के मुताबिक अमेरिका के प्रतिबंधों से पूर्व ही वेनेजुएला में आर्थिक मंदी का दौर शुरू हो गया था।
वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था में बीते पांच वर्षों में 47.7 प्रतिशत गिरावट आयी है जबकि बीते वर्ष महंगाई 130060 प्रतिशत तक पंहुच गयी थी। इसके आलावा 2013 में मंदी की शुरुआत से देश के सकल घरेलू उत्पाद में 62 प्रतिशत की गिरावट आयी है।