रूस ने मंगलवार ने कहा कि “वेनेजुएला से सैनिको की वापसी के अमेरिका की सूचना को रूस ने खंडित कर दिया है।” इस जानकारी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने साझा किया था।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने पत्रकारों ने कहा कि “इन अखबारों में सूचना कुछ अज्ञात सूत्रों से मिली थी क्योंकि रुसी पक्ष की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक सन्देश जारी नहीं किया गया था और न ही कोई जारी किया जा सकता है।”
उन्होंने पुष्टि की कि रुसी सैन्य विशेषज्ञ अभी भी वेनेजुएला में मौजूद है और पहले भेजे गए उपकरणों पर कार्य कर रहे हैं। यह प्रक्रिया योजना के तहत जा रही है और अपने लोगो को निकालने का क्या मतलब है, हम नहीं जानते हैं।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने ब्रिटेन की यात्रा के दौरान सोमवार को ट्वीट कर कहा कि “रूस ने उन्हें जानकारी दी है कि वे वेनेजुएला से अपने अधिकतर लोगो को वापस बुला रहे हैं।” वेनेजुएला के मामले पर अमेरिका और रूस के संबंधों में मतभेद हो रखे हैं। वेनेजुएला में अमेरिका विपक्षी नेता जुआन गाइडो को समर्थन करता है जबकि रूस राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता पर काबिज रहने के लिए सहयोग कर रहा है।
मॉस्को ने मार्च में वेनेजुएला में अपनी एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए सैनिको को भेजा था और डॉनल्ड ट्रम्प ने रूस से वेनेजुएला की सरजमीं को छोड़ने की मांग की थी। रूस ने वेनेजुएला में 1000 से अधिक सैनिको की तैनाती की थी।
रूस के राज्य रक्षा कॉन्ट्रैक्टर रोस्टेस ने तैनाती में किसी भी बदलाव से इंकार किया है और वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को खारिज किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, रूस वेनेजुएला से अपने 1000 सैनिको को वापस बुला सकता है और वहां सिर्फ दर्ज़न में ही सैनिक तैनात होंगे।