बेसलाइन वेंचर्स भारतीय वॉलीबाल महासंघ (वीएफआई) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है। कंपनी ने यह कदम वीएफआई के द्वारा करार रद्द करने के फैसले के बाद उठाया है। कंपनी वीएफआई के साथ मिलकर प्रो वॉलीबाल लीग (पीवीएल) का आयोजन कर रही थी और कंपनी का कहना है कि महासंघ ने इस संबंधी करार को तोड़ा है।
बेसलाइन वेंचर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जॉय भट्टचार्य ने वीएफआई के महासचिव रामअवतार सिंह झाकड़ के उन आरोपों का खंडन किया है जिसमें उन्होंने कंपनी पर खातों के साथ धोखाधड़ी करने की बात कही थी।
जॉय ने आईएएनएस से कहा, “वह करार को रद्द नहीं कर सकते। उन्हें पहले बताना होगा कि हमने क्या गलती की है और हमें जवाब देने के लिए 10 दिन का समय देना होगा। अगर हम जवाब नहीं देते तभी वह करार रद्द कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “वीएफआई से हमें करार रद्द करने का नोटिस मिला जिस पर इसका कोई कारण नहीं लिखा था। वीएफआई ने हमसे एक भी सवाल नहीं पूछा और न ही इस संबंध में कोई ई-मेल भेजा। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने खातों से छेड़छाड़ पकड़ी है। यह बेसलाइन वेंचर्स के साथ अन्याय है।”
करार को रद्द करने को लेकर दिए गए नोटिस में वीएफआई ने कहा कि बेसलाइन वेंचर्स महिला वॉलीबाल लीग और पुरुष एवं महिला बीच वॉलीबाल लीग का आयोजन कराने में विफल रहा।
नोटिस के मुताबिक, “वॉलीबाल लीग में भी बेसलाइन ने काफी परेशानी पैदा की थी, उन्होंने कुछ गलत विज्ञापन करवाए थे, गांरटी फीस भी समय पर नहीं दी थी जो करार की शर्तो के खिलाफ थी।”
नोटिस पर बेसलाइन के सीईओ ने जवाब दिया, “यह खिलाड़ियों और प्रशंसकों के लिए बुरी खबर है। वीएफआई अध्यक्ष और एफआईवीबी अध्यक्ष ने लीग के आगामी संस्करण के फाइनल में आने और इसे अपना समर्थन देने की बात कही थी। हम इसके लिए लड़ाई लड़ेंगे।”
सीईओ ने कहा, “हम सभी के सामने यह साफ कर देना चाहते हैं कि हमने किसी भी तरह की गलती नहीं की है। वीएफआई सचिव हमें बदनाम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हम रद्द करने के नोटिस को लेकर कोर्ट जाएंगे क्योंकि यह पूरी तरह से गलत है।”