वीआरवी सिंह, भारतीय तेज गेंदबाज जिन्होने साल 2006-07 के बीच भारत के लिए केवल पांच टेस्ट मैच खेले है, उन्होने लगातार इंजरी होने के बाद अब क्रिकेट से सन्यांस लेने का फैसला किया है।
34 वर्षीय इस खिलाड़ी ने पांच टेस्ट मैच के साथ राष्ट्रीय टीम से 2 वनडे मैच भी खेले है और वह उस दौरान भारत की तेज गेंदबाज अतिक्रमण का हिस्सा रहे है। इस गेंदबाज ने अपने करियर में खेले पांच टेस्ट मैचो में 8 विकेट चटकाए है जबकि उन्हे वनडे प्रारूप में खेले गए दो मैच में एक भी विकेट हासिल नही हुआ है।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के हवाले से सिंह ने कहा, ” मैंने कई बार क्रिकेट में वापसी करने की कोशिश की लेकिन मेरी एंकल इंजरी नही बल्कि मेरी पीठ की समस्या ने मुझे हमेशा इससे दूर रखा। आप अपने शरीर के साथ मजाक नही कर सकते है। पुनवर्सन में मुझे बहुत सर्जरी हुई है… साल 2014 के बाद मुझे कुछ साल क्रिकेट से दूर रहना पड़ा, लेकिन मैंने 2018 में खेलने के लिए अभ्यास और प्रयास किया। लेकिन ऐसा नही हो पाया औऱ फिर में अपने भविष्य के बारे में सोचने लगा।”
उन्होने आगे कहा, ” यह पिछली रात सोचा हुआ निर्णय नही है, लेकिन जब मैं 2018-19 सत्र के लिए फिट नही हुआ तो मैंने सोचा अब इसे छोड़ने का मौका आ गया है। युवराज सिंह ने भी मुझे बहुच प्रोत्साहित किया, पंजाब क्रिकेट ऐसोसिएशन ने भी मेरा बहुत समर्थन किया औऱ मैं भी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहा था। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण ऐसा नही हो सका। तो इसलिए मैंने सोचा यहा सन्यांस लेने का सही समय है और आगे क्या करना चाहिए उस पर ध्यान देना चाहिए।”
इस तेज गेंदबाज ने साल 2014 में पंजाब की टीम से आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच खेला था। जहां उन्होने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ पहली इनिंग में 2 और दूसरी इनिंग में पांच विकेट चटकाए थे।
सिंह जब 21 साल के थे, उस दौरान उन्होने साल 2005 में पंजाब के लिए पदार्पण किया था।