विश्व तीरंदाजी ने गुरुवार को भारतीय तीरंदाजी महासंघ (एएआई) पर से सशर्त प्रतिबंध हटा दिया है। यह फैसला एएआई के पिछले सप्ताह हुए चुनावों के बाद लिया गया है। एएआई को पांच अगस्त 2019 को प्रतिबंधित कर दिया गया था। तब से भारतीय खिलाड़ी सभी टूर्नामेंट्स में तटस्थ झंडे तले हिस्सा ले रहे थे।
अब जबकि बैन हट चुका है तो भारतीय खिलाड़ी विश्व संस्था के टूर्नामेंट में भारत के झंडे तले खेल सकेंगे।
विश्व संस्था ने एएआई को निर्देश दिया था कि वह अपने संविधान में सुधार करे और खिलाड़ियों की सदस्यता को लेकर स्पष्ट रुख रखे, साथ ही अपने प्रशासनिक मुद्दों को भी सुधारे।
विश्व संस्था ने कहा है कि उसे हर तीन महीने में एएआई से प्रगति रिपोर्ट चाहिए होगी।
विश्व तीरंदाजी के महासचिव टॉम डिएलेन ने कहा, “हमें उम्मीद है कि भारत में यह एक अच्छे प्रशासनिक संघ की शुरुआत होगी। भारतीय खिलाड़ी अब ओलम्पिक खेलों पर ध्यान दे सकेंगे जो अब छह महीने दूर हैं।”
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा एएआई के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। इसी के साथ एएआई में लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी पर विराम लग गया है।
इसी गुटबाजी के कारण एएआई पर विश्व तीरंदाजी ने बैन लगा रखा था और इसी कारण भारतीय खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में तटस्थ खिलाड़ियों के तौर पर हिस्सा लेना पड़ता था।