भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने के लिए या आगामी विश्व कप में पाकिस्तान का बहिष्कार करने से इनकार करना चाहिए या नहीं, इस पर बहस जारी है। पुलवामा हमले के मद्देनजर जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे, भारतीय प्रशंसकों ने टीम और बोर्ड को कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ संबंधों में कटौती करने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आईसीसी को एक पत्र लिखकर यह कहा था कि हम उन देश के खिलाफ कोई संबंध नही रखना चाहते जो आतंकवाद को समर्थन देता हो।
लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि विश्व कप से पाकिस्तान को बैन करवाना आसान नही होगा।
गांगुली ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा, ” भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला के संबंध में सरकार पहले ही शर्तों को परिभाषित कर चुकी है। भारत और पाकिस्तान साथ में द्विपक्षीय श्रृंखला नही खेल सकते है…इन दोनो टीमो ने आखिरी द्विपक्षीय श्रृंखला साल 2006 में खेली थी। हालांकि, मुझे विश्व कप या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की संभावनाओं पर संदेह है।”
उन्होने कहा, “आईसीसी एक अलग संस्था है, विश्व कप एक अलग संस्था है और मुझे लगता है कि इसे यहां लागू करना बहुत मुश्किल है। यह मेरा निजी विचार है कि पाकिस्तान को विश्व कप या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से प्रतिबंधित करना संभव नहीं है। विश्व कप अभी भी दूर है और हम देखेंगे कि तब क्या होता है। लेकिन मेरी राय में, भारत या भारत सरकार के लिए आईसीसी में जाना और विश्व कप या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहना बहुत मुश्किल होगा। ऐसा होने की संभावना एक प्रतिशत से भी कम है।”
गांगुली ने कहा कि बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट के लिए एक कदम उठा सकती है, लेकिन आईसीसी से बोर्ड की याचिका पर कार्रवाई करने और पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की उम्मीद करना थोड़ा मुश्किल है। वह इस बात पर गए कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने भारत को आईएसएसएफ विश्व कप के लिए पाकिस्तान के निशानेबाजों को वीजा देने से इनकार कर दिया था।