भारतीय शतरंज स्टार खिलाड़ी विश्रावनाथन आनंद ने कोलकाता में खेले गए टाटा स्टील चेस इंडिया ब्लिट्ज टूर्नामेंट को अपने नाम कर लिया हैं। फाइनल मुकाबले में उनकी टक्कर हिकारु नकामुरा से हुई। विश्वनाथन आनंद ने फाइनल डे में 9 राउंड खेले जिसमें से उन्होनें 6 अपने नाम किये और 3 ड्रा खेले।
आनंद ने जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं दर्शको को दिखाना चाहता था कि जब मैं दूसरे देशों में मैच खेलने जाता हूं तो मैं तब भी ऐसे ही खेलता हूं, और भारतीय जमीन में खेले गए इस मुकाबले को जीतकर मैं बहुत खृुश हूं।
2013 में भारत में खेली गई वर्ल्ड चैंपियनशिप प्रतियोगिता मेंं विश्ववानाथन को मेगनस कार्लसन से हार झेलनी पड़ी जो कि मैच विश्नाथन के होमटाउन में खेला गया था।
इससे पहले पांच बार शतरंज में विश्व विजेता रह चुके विश्वनाथन आनंद ने 2017 दिसंबर में रियाद में अपने नाम ब्रोनज मेडल किया था।
फाइनल मुकाबले में विजेता तय करने के लिए दो राउंड खेले गए, विश्वनाथन आनंद ने सफेद मोहरो से खेलते हुए जीत दर्ज की और फिर काले मोहरों से ड्रा खेलते हुए 1.5-0.5 से टूर्नामेंट को अपने कब्जे में किया। 1992 के बाद विश्वनाथन आनंद ने कोलकाता में मैच खेला था।
आनंद का कहना था कि हमारे पास अच्छे खिलाड़ी हैं। हमारे देश में बड़े खिलाड़ी मैच खेलने नहीं आते थें, लेकिन इस साल विदेश के शीर्ष खिलाड़ी यहा आए और इसलिए मेरे लिए भारत और विशे्षकर कोलकाता में खेलना बहुत मायने रखता था।
भारत के ग्रेंडमास्टर आर प्रागनंनदा ने भी अपने आखिरी राउंड में नकामुरा के खिलाफ ड्रा खेलकर आनंद की जीत आसान कर दी।
नकामुरा ने कहा की मे आनंद की उम्र तक चैस नहीं खेल सकता। इस समय आनंद 48 साल के हैं।