मेजबान इंग्लैंड की टीम आगामी आईसीसी विश्वकप के लिए सबसे पसंदीदा टीमो में से एक मानी जा रही है और टीम ने हाल में पाकिस्तान के खिलाफ संपन्न हुई 5 वनडे मैचो की श्रृंख्ला में 4-0 से सीरीज पर कब्जा किया है। लेकिन विशेषज्ञ मानते है कि विश्वकप में इंग्लैंड को टक्कर देने वाली एकमात्र टीम भारत है। भारत ने 2015 के बाद से 86 वनडे मैच खेले है जिसमें उन्होने 56 में जीत दर्ज की है और इंग्लैड उसके बाद जीत दर्ज करने में दूसरे स्थान पर आती है।
विशेषज्ञो में से एक, भारत की 2007 टी-20 विश्वकप विजेता टीम के कोच लालचंद राजपूत को लगता है कि 2019 विश्वकप के लिए कोहली की अगुवाई वाली टीम वैसे ही है जैसे 2007 टी-20 में धोनी के पास टीम थी, जिन्होने दक्षिण-अफ्रीका में उद्घाटन सत्र में टी-20 विश्वकप जीता था।
2007 टी 20 विश्व कप टीम में भी ऑलराउंडर थे
57 वर्षीय राजपूत, जो अब जिम्बाब्वे टीम के कोच हैं, को लगता है कि 2007 की टीम में भी हरफनमौला क्षमता थी और उन्हें विश्वास है कि ऑलराउंडरों से बहुत फर्क पड़ता है। राजपूत ने मिड-डे के हवाले से कहा, ” आलराउंडर होने से मुझे लगता है बहुत फर्क पढ़ता है और मुझे लगता है इस बार के लिए हमारे पास अच्छे आलराउंडर है। हमारी पास शीर्ष क्रम में भी तीम मजबूत खिलाड़ी है जो कि महत्वपूर्ण है। इससे पहले, इनके रुप में हमारे पास वीरेंद्र सहवाग थे। और अब हमारे पास शिखऱ धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली है और हार्दिक पांड्या एक्स-फेक्टर होंगे। एमएस धोनी हर बार की तरह एक महान फिनिशर रहेंगे तो कुलमिलाकर भारत के पास एक संतुलित पक्ष है। टीम निश्चित रुप से विश्व कप जीत सकती है।”
उन्होंने कहा, “बल्लेबाजी और टीम की ऑलराउंड क्षमताओं के अलावा, राजपूत ने महसूस किया कि भारत के पास सबसे अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है। भारत बहुत अच्छी तरह से सुसज्जित है।”
भारत के पास आगामी विश्वकप के लिए तीन आलराउंडर खिलाड़ी है जिसमें हार्दिक पांड्या, विजय शंकर और रविंद्र जडेजा शामिल है। लेकिन टीम के लिए जो केवल एक चिंता की बात होगी वह नंबर चार बल्लेबाजी स्लॉट को लेकर होगी क्योंकि हाल में संपन्न हुई इंडियन प्रीमियर लीग में विजयशंकर ने अपने बल्ले से रन नही बनाए है।