भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि लोकेश राहुल का विकेटकीपर के रूप में इस्तेमाल करने से टीम को संतुलन मिलता है। कप्तान ने संकेत दिए हैं कि राहुल अब न्यूजीलैंड दौरे पर भी पांच मैचों की टी-20 सीरीज में विकेट के पीछे अपनी भूमिका को जारी रखेंगे। राहुल ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में चोटिल हुए विकेटकीपर ऋषभ पंत की जगह विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी। पंत इसके बाद दूसरे और तीसरे मैच में भी नहीं खेल पाए, जबकि राहुल ने विकेटकीपर के पीछे बेहतरीन काम करने के अलावा शानदार रन भी बनाए।
भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मुकाबले में आस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
कोहली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “निश्चित रूप से यह हमें एक अतिरिक्त बल्लेबाज को खेलाने का मौका देता है। वह टीम में उसी तरह का संतुलन बनाए रखते हैं, जैसा कि 2003 विश्व कप में राहुल द्रविड़ ने भूमिका निभाई थी।”
कर्नाटक के बल्लेबाज राहुल ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले वनडे में 47, दूसरे में 80 और तीसरे में 19 रनों की पारी खेली। उन्होंने विकेट के पीछे चार कैच भी लपके।
कोहली ने कहा, “राहुल कहीं भी खेलने के लिए तैयार हैं, क्योंकि वह आमतौर पर एक बल्लेबाज हैं। वह ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जो पहली बॉल से ही हिट लगाने के लिए जाएंगे। लेकिन वे वह कर सकते हैं, जैसा कि उन्होंने राजकोट में किया था।”
कप्तान ने साफ कर दिया है कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली टी-20 सीरीज में यही टीम के साथ उतरेंगे।
उन्होंने कहा, “हमारे पास वही है जोकि टीम में है। जैसा कि मैंने कहा कि राहुल टीम को संतुलित देते हैं। हमें उनके साथ बने रहना होगा क्योंकि उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। हमें यह देखना होगा कि क्या यह संयोजन काम करता है। आप इसे बदल नहीं सकते। अंतिम एकादश में बदलाव करने का मुझे कोई कारण नजर नहीं आता।”