विराट कोहली जितने आक्रामक अपनी बल्लेबाज़ी में है उतने ही समर्थ टीम का नेतृत्व करने में भी है। एक बल्लेबाज़ के रूप में विराट ने अभी तक काफी रिकार्ड्स तोड़ें और न जाने कितने रिकार्ड्स बनाए। मंगलवार शाम तिरुवनंतपुरम क्रकेट स्टेडियम में टी-20 मैच में ‘टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड पर 6 रनों से रोमांचक जीत हासिल की।’ भारत के विरुद्ध अब तक अजेय रहे कीवियों ने इतिहास में पहली बार टी-20 सीरीज में 1-2 से हार का स्वाद चखा। इसके साथ ही भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस साल एक और श्रृंखला पर कब्जा कर लिया।
एक हॉलीवुड फिल्म का बहुत ही यादगार डायलॉग है कि “बड़ी शक्तियों के साथ बड़ी जिम्मेदारियां भी आती है” इस बात को सही साबित करते हुए विराट कोहली ने अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए अब तक अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में काफी इतिहास रच चुके है। सीमित प्रारूप की श्रृंखला (एकदिवसीये और टी-20 इंटरनेशनल) की बात करें, तो विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने इस साल अब तक 10 द्विपक्षीय सीरीज खेली है, जिनमें से भारत को 8 सीरीज जितने में कामयाबी मिली। भारत को सिर्फ एक में पराजय का सामना करना पड़ा, जबकि एक सीरीज बिना नतीजे रही।
यदि आकंड़ो की बात कि जाए तो यह सिलसिला जनवरी से इंग्लैंड के विरुद्ध शुरू हुआ था जिसमें भारत ने एक दिवसीय श्रृंखला में अंग्रेज़ो को 2-1 से हराया। और उसके तो विराट सेना का विजय रथ रुका ही नहीं, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, न्यूज़ीलैण्ड यह सिर्फ देश के नाम नहीं बल्कि फ़तेह कि मोहर विराट सेना के विजय रथ की, और यह सिर्फ एकदिवसीय या टी-20 क्रिकेट के आकड़ें नहीं है बल्कि इसमें क्रिकेट का सबसे मुश्किल प्रारूप टेस्ट क्रिकेट भी शामिल है।
ना सिर्फ कप्तानी में बल्कि इस साल कोहली के प्रदर्शन में भी काफी सुधार देखने को मिला है। क्रिक्केट जगत के बड़े बड़े दिगज्ज को पीछे छोड़ते हुए विराट ने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अनेकों कीर्तिमान स्थापित किए है। जिनमे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिगज्ज बल्लेबाज़ रिकी पोंटिंग के एकदिवसीय में शतक का रिकॉर्ड तोड़ने से लेकर, दक्षिण अफ्रीका के दिगज्ज बल्लेबाज़ ए.बी डिविलयर्स का एकदिवसीय में सबसे तेज़ 9000 हज़ार रन का रिकॉर्ड तोड़ना भी शामिल है।