जैसे की विराट कोहली की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स की टीम इस सीजन में एक भी मैच नही जीत पाई है इसलिए टीम इस समय में लगातार चार हार के साथ अंक तालिका में सबसे नीचे बनी हुई है।
विराट कोहली के लिए भी यह सीजन बल्ले से अबतक कुछ खास नही रहा है। उन्होने अबतक खेले चार मैचो में केवल 78 रन बनाए है। जिसमें मुंबई इंडियंस के खिलाफ 46 रन का सर्वोच्च स्कोर रहा है।
भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव बल्लेबाज़ और कप्तान दोनों के रूप में विराट कोहली की असफलताओं को बहुत अधिक नहीं पढ़ना चाहते हैं। महान ऑलराउंडर का मानना है कि विराट के वापस लौटने से कुछ समय पहले की बात है और वह चाहते हैं कि भारतीय कप्तान “सकारात्मक बने रहें।”
कपिल देव ने बुधवार को आजतक से कहा, ” “एक सकारात्मक व्यक्ति कहेगा कि यह एक बुरा दौर था और अब यह खत्म हो चुका है। हो सकता है कि उसे किस्मत के एक झटके की जरूरत हो और उसे जिस तरह का अनुभव है, मुझे यकीन है कि वह यह सब संभाल सकता है। वह अपने खेल को जानता है और मुझे यकीन है कि वह वापस आ जाएगा।”
कपिल ने और कई मुद्दो पर भी बात की, जिसमें महेंद्र सिंह धोनी, जिन्होने संभवत: इस बहस को शांत कर दिया है कि क्या वह विश्व कप में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज है।
कपिल देव ने कहा, ” वह (धोनी) एक बेहतरीन क्रिकेटर है। हम उनके जैसे किसी खिलाड़ी के बारे में चर्चा और उनके ऊपर सवाल नही उठा सकते है। आप किसी की भी तुलना एमएस धोनी के साथ नही कर सकते है। धोनी के कद के खिलाड़ी की जगह कोई नहीं ले सकता। ऋषभ पंत प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और हम धोनी के साथ उनकी तुलना करके उनको दबाव में नही डाल सकते। उनका समय भी जरूर आएगा।”
कपिल ने चयन के मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया और नंबर चार पर बल्लेबाजी को लेकर कोई चिंता नही जताई। लेकिन कपिल, जिन्होंने 1983 में भारत को अपने पहले विश्व कप खिताब के लिए प्रेरित किया, का मानना है कि विराट की टीम इंडिया के पास इस साल 14 जुलाई को लॉर्ड्स में खिताब उठाने की सभी सामग्री है।
उन्होने कहा, ” भारत के विश्वकप टीम की घोषणा अबतक नही हुई लेकिन हमारे पास चुनने को कुछ बहुत प्रतिभा और शानदार खिलाड़ी है।”