Mon. Dec 23rd, 2024
    डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन

    उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन मंगलवार को वियतनाम से ढाई दिनों का ट्रैन से सफर तय कर वापस अपने मुल्क लौट गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर किम जोंग उन की दूसरी बैठक थी, जो असफल साबित हुई है।

    प्रतिबंधों को हटाने के लेकर डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन की बैठक में विवाद उत्पन्न हो गया था। उत्तर कोरिया के नेता परमाणु निरस्त्रीकरण से पूर्व प्रतिबंधों को हटाने की मांग कर रहे थे, वही डोनाल्ड ट्रम्प पहले पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण करने की जिद्द पर अड़े हैं।

    वांशिगटन और पियोंगयांग इस सम्मेलन के खराब होने का कारण एक-दूसरे को मानते हैं। पियोंगयांग रेलवे स्टेशन ने अपने नेता का उल्लास से स्वागत किया और वापसी पर हुर्रे कहकर चिल्लायें। आर्मी के अध्यक्ष ने किम को सलामी दी और बच्चों ने उन्हें फूल दिए।

    रिपोर्ट में किम और ट्रम्प की बातचीत के बाबत बताया गया है लेकिन इस बैठक की असफलता को नहीं दर्शाया गया है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने वियतनाम के दौरे के अंतिम दिन क्रांतिकारी नेता हो ची मिन्ह को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

    परंपरा के मुताबिक उत्तर कोरिया की वर्षगांठ पर किंम जोंग उन अपने पूर्वजों, अपने पिता किम जोंग इल और अपने दादा किंम इल सुंग को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। लेकिन वियतनाम के स्वतंत्रता सेनानी के आगे नतमस्तक होना, असामान्य था। उत्तर कोरिया के नेता ने प्रतिमा के समक्ष एक मिनट तक अपना सर झुकाये रखा था।

    उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग वियतनाम के हो ची मिन्ह के करीबी मित्र थे। उन्होंने दक्षिण एशिया में अमेरिकी समर्थित शासन के खिलाफ लड़ने के लिए पायलटों और मनोवैज्ञानिक मुहैया किये थे। पियोंगयांग में वियतनाम के दूतावास के बाहर दोनो नेताओं की तस्वीर लगी हुई है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *