नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)| विपक्षी पार्टियों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को निर्वाचन आयोग पहुंचा और मतदान के दौरान 50 फीसदी वीवीपैट जांच की मांग पर विचार करने का अनुरोध किया।
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, भाकपा नेता डी. राजा और राकांपा के मजीद मेमन शामिल थे।
सिंघवी ने कहा, “ईवीएम में पड़े वोट की वीवीपैट से जांच की संख्या बढ़ाने की मांग वाली हमारी समीक्षा याचिका जब शीर्ष अदालत में खारिज हो गई, तब हम आयोग में आए।”
बैठक को संतोषप्रद बताते हुए उन्होंने कहा, “आयोग ने आश्वस्त किया कि वह देखेगा कि वीवीपैट को कैसे ज्यादा भरोसेमंद उपाय बनाया जा सकता है।”
विपक्ष ने भाजपा की इस टिप्पणी को भी खारिज किया कि उन्होंने परिणाम आने से पहले ही हार स्वीकार कर ली है।
डी. राजा ने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा घबराई हुई है और यही वजह है कि प्रधानमंत्री अपने प्रचार में ‘इस तरह की भाषा’ का इस्तेमाल कर रहे हैं।