विनेश फोगाट ने 57 किलो ग्राम भार वर्ग में राष्ट्रीय खिताब हासिल किया तो वही साक्षी मलिक ने भी 62 किलो ग्राम भार वर्ग मे राष्ट्रीय खिताब हासिल करके इस साल का अंत अच्छे तरीके के साथ किया। इन दोनो ने टाटा मोटर्स सीनियर नेशनल चैेंपियनशिप में यह खिताब हासिल किया।
विनेश फोगाट ने इससे पहले भी इस साल राष्ट्रमंडल और एशियन गेम्स में भी अपने नाम खिताब किया था, और उसके बाद कोहनी की चोट के कारण वह कुछ टूर्नामेंट में भाग नही ले पायी थी।
विनेश फोगाट का यह छठा नेशनल खिताब हैं, विनश ने अपने पांच बाउट में दो प्वाइंट्स लिये थे। इससे पहले साल 2012 से 2016 के बीच में अलग-अलग भार वर्ग में उन्होने पांच बार नेशनल खिताब अपने नाम किया था।
विनेश फोगाट ने जीत के बाद कहा कि ” मैनें वैसे ही खत्म किया जैसा में चाहती थी। मैं अगले सीजन से पहले कुछ प्रतिस्पर्धा मैच खेलना चाहती थी, और ना ही मुझे इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान मुझे कोई दर्द उठा, यह मेरे लिए एक बहुत बड़ी बात हैं और बल्कि में एक भारी भार वर्ग में खेल रही थी”। विनेश फोगाट को बुडापेस्ट विश्व के दौरान कोहनी में चोट आयी थी।
” विनेश ने कहा कि मैने इस टूर्नामेंट के लिए 15 दिन पहले से अभ्यास करना शुरु किया था, और मेरा लिए यह अच्छा साबित हुआ”। विनेश ने इस मैच में आसानी से जीत दर्ज कर ली थी लेकिन उन्होने कहा कि प्रतियोगिता कोई बड़ी कठिन नहीं थी।
” विनेश ने कहा कि पहली लड़की नीतू बहुत ताकतवर थी, और मैनें अपनी गलती से दो प्वाइंट गवा दिये, और बाकी कि दो लड़किया भी ठीक थी लेकिन मैं उनसे ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी थी, औऱ इससे मुझे फायदा हुआ। उन्होनें कहा जितना इन नयी खिलाड़ियो को अनुभवी खिलाड़ियो के साथ खेलने का मौका मिलेगा, उससे ज्यादा इनको सीखने को भी मिलेगा”। विनेश ने चंडीगढ़ की नीतू को इस मैच में 13-2 से हराया हैं।
वही साक्षी मलिक ने भी इस टूर्नामेंट में अच्छा खेल दिखाया और बिना किसी प्वाइंट गवाए खिताब जीता। साक्षी के लिए रियों ओलंपिक के बाद यह कोई अच्छा परिणाम था।