विदेशों में खुद कार ड्राइव करके सफर को सुहावना बनाने वालों लिए खुशखबरी है कि भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस से विदेशों में ड्राइविंग का लुत्फ़ उठा सकते हैं। कई देशों ने भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस पर गाड़ी ड्राइव करने की अनुमति दे दी है यानी अब कार चलने के लिए अंतर्राष्ट्रीय लाइसेंस की जरुरत नहीं हैं।
हाल ही में लॉस एंजेलेस से सेन फ्रांसिस्को तक अरुण वर्मा का खुद कार ड्राइव करके ले जाने में उनकी ख़ुशी का ठिकाना न था। उनके लिए ये अनुमति सपना सच होने के समान थी।
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले माह पर्यटकों को लुभाने के लिए एक अभियान चलाया था। ऑस्ट्रेलिया और भारत में सड़क के आधारभूत नियम लगभग एकसमान हैं। दोनों राष्ट्रों में सड़क के बाएं ओर ड्राइव करना होता है साथ ही कार दाहिने ओर ड्राइव करनी होती है। इन नियमों का समान होना लाइसेंस अनिवार्य करने का सार्थक तर्क है।
उत्तरी क्षेत्र के अलावा ऑस्ट्रेलिया के अधिकतर राज्यों में भारतीय लाइसेंस से ड्राइव किया जा सकता है। हालाँकि ड्राइवर के पास लाइसेंस अंग्रेजी भाषा में और हर समय उपलब्ध होना चाहिए।
ड्राइव करने के लिए अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और न्यूज़ीलैंड सर्वोत्तम प्रसिद्ध देशों की सूची में शुमार है। अमेरिका में भारतीय लाइसेंस पर एक वर्ष तक गाड़ी चलाने की अनुमति दी जाती है। बशर्ते यह लाइसेंस अंग्रेजी में और वैध होना चाहिए।
भारतीय लाइसेंस पर फ्रांस, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में एक वर्ष तक की समयसीमा तक ड्राइविंग की जा सकती है। स्विट्ज़रलैंड और न्यूज़ीलैंड में भारतीय लाइसेंस मान्य है। अलबत्ता चालक की उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए और लाइसेंस के भाषाई अनुवाद की एक कॉपी हमेशा उपलब्ध होनी चाहिए। जर्मनी में भारतीयों को छह माह तक घरेलू लाइसेंस से गाड़ी चलाने की आज़ादी है।
साथ अफ्रीका में केवल अंग्रज़ी में ही भारतीय लाइसेंस मान्य हैं और चालक की एक फोटो और हस्ताक्षर होने चाहिए हालांकि किराए पर कार लेने के अंतर्राष्ट्रीय लाइसेंस ही मान्य है।