भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्रायें सदैव लाइमलाइट में बनी रहती है। भारत का हर नागरिक नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं के खर्चों की जानकारी जानने की इच्छा रखता है। भारत के विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह ने राज्यसभा को जानकारी देते हुए कहा कि 15 जून 2015 से 3 दिसम्बर 2018 तक प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं में कुल खर्चा 2000 करोड़ रूपए हुआ है।
कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद बिनोय विस्वम ने विदेश राज्य सचिव से उन देशों के नाम और खर्च राशि की जानकारी मांगी, जहां पीएम मोदी साल 2014 से गए थे। साथ ही नरेन्द्र मोदी के साथ गए लोगों के नाम, दस्तखत हुए समझौतों की जानकारी और और एयर इंडिया को यत्र की अदा की गयी रकम की जानकारी मांगी है।
वी के सिंह ने खर्चे की जानकारी देते हुए कहा कि एयरक्राफ्ट रखरखाव में 1583.18 करोड़ रूपए, चार्टेड फ्लाइट में 429.28 करोड़ रूपए और सुरक्षा में 9.28 करोड़ रूपए का खर्च हुआ है।
बीते जून में वी के सिंह ने कहा था कि नरेन्द्र मोदी ने जून 2014 से 84 देशो की यात्रा की है और इसमें कुल खर्च 1484 करोड़ रूपए का आया है। इस खर्च का आंकलन जून 2014 से 10, जून 2018 तक किया गया है। जानकारी के मुताबिक जून 2018 के बाद नरेन्द्र मोदी ने छह देशों की यात्रा की है।
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने शपथ ग्रहण करने के बाद वैश्विक नेताओं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जापानी प्रधानमन्त्री शिंजो आबे और चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग से कई दफा मुलाकात की थी। आलोचकों ने नरेन्द्र मोदी पर जरुरत से अधिक यात्रायें करने का कई बार आरोप लगाया है।
नरेन्द्र मोदी को विदेशों में एक से अधिक बार दौरों के लिए भी आलोचनायें सही है, मसलन साल 2016 में नरेंद्र मोदी ने विमुद्रीकरण के तुरंत बाद जापान का दौरा किया था।