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    चेतेश्वर पुजारा

    आपको बता दें भारत अपने आगामी विदेशी दौरे के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंच चुका है। भारत अपना पहला टेस्ट मैच 5 जनवरी से कैप्टाउन के न्यूलैंड्स में खेलने वाला है। श्रीलंका के खिलाफ अपने घर में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया अब यहां भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद कर रही हैं और पहले टेस्ट के आरम्भ होने से पहले नेट्स में जमकर पसीना बहा रही है।

    कल होने जा रहे पहले टेस्ट से पहले टीम के टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने अभ्यास सत्र के दौरान एक नीजि अंग्रेजी अखबार को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि “विदेशी दौरों (दक्षिण अफ्रीका) पर बल्लेबाज़ों का गेंद खेलने से अधिक महत्व गेंद छोड़ने पर होना चाहिए, यहीं तकनीक ऐसी परिस्तिथियों में सफलता दिलाती है”। गौरतलब है कि भारतीय टीम इस श्रृंखला में तीन टेस्ट, छह वनडे और 3 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली है।

    दरअसल, 5 जनवरी से शुरू होने वाले कैप्टाउन टेस्ट एक दिन पहले अभ्यास सत्र का हिस्सा बनने मैदान पर पहुंचे पुजारा से सवाल किया गया कि “अफ्रीका की उछाल भरी और स्विंग होती गेंदों को किस प्रकार खेला जाना चाहिए क्यूंकि यह (भारतीय बल्लेबाज़ों) बल्लेबाज़ों की कमज़ोरी रही है”, तो इस पर पुजारा का कहना था कि “जी बिलकुल हां कुछ गेंदे उछाल भरी होंगी और यह हमारे लिए हमेशा चुनौती रही है, लेकिन इस बार हमारी तैयारी पिछले दौरों से भिन्न है और हमने पिछले डेढ़ महीने से जो योजनाएँ बनाई है उस पर अमल करना चाहेंगे’’।

    अपने पिछले 2013 में हुए दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर शतक लगाने वाले पुजारा ने यहां से मिले अनुभव के विषय में कहा कि “मैं मानता हूँ कि अनुभव महत्वपूर्ण होता है, आपको पता होता है कि पिच कैसी होगी और विपक्षी टीम कैसी चुनौती पेश करेगी, इस तरह की पिचों पर रन बनाने के अनुभव की कोई बराबरी नहीं कर सकता”।