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    विजेंद्र गुप्ता

    दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता ने दावा किया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नियमित उर्दू और पंजाबी शिक्षकों के बड़ी संखा में पद खाली हैं।

    दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता, गुप्ता ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सदन में उनके सवालों के जवाब का हवाला देते हुए कहा कि शिक्षा पर सालाना 15000 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिर रहा हैं।

    विजेंद्र गुप्ता ने कहा, उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के स्वीकृत शिक्षकों 61168 पदों में से 34323 पद ही नियमित शिक्षकों के द्वारा भरे गए हैं, बचे हुए 27000 पदों में से 21271 पदों पर गेस्ट शिक्षक तैनात हैं और बचे हुए 5300 रिक्त पड़े हुए हैं।

    उन्होंने दावा किया कि केवल 57 उर्दू शिक्षक 1,028 पदों के लिए हैं और 112 नियमित पंजाबी शिक्षक 1,023 पदों के लिए उपलब्ध हैं।

    उन्होंने कहा 1,100 में से 780 सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्य नही हैं।

    सरकार या सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की ओर से कोई तत्काल प्रतिक्रिया नही आई।

    हाल ही में, एसएसए भरती 2019 के तहत दिल्ली में प्राइमरी शिक्षक और टीजीटी के पद निकाले गए थे। यह पद पूर्ण रूप से कॉन्ट्रक्ट आधारित हैं और इन पदों पर नियुक्त शिक्षकों को यह वेतन मिलेगा। इन पदों के लिए दिल्ली का शिक्षा विभाग नोटिफिकेशन जारी कर चुका हैं।

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