विजय शंकर (Vijay Shankar) ने विश्वकप के अपने डेब्यू मैच में पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था और टीम को दो महत्वपूर्ण सफलताएं भी दर्ज करवाई थी। और अब आलराउंडर खिलाड़ी ने विश्वकप में भारत के लिए अहम भूमिका निभाने के लिए खुद का समर्थन किया है।
अगर छह महीने पहले कोई उनसे पूछता क्या विश्वकप में उनकी गेंदबाजी भारत के लिए महत्वपूर्ण होगी, तो वह आश्चर्यचकित रह जाते।
उनकी तीन आयामी क्षमता का प्रशिक्षण पाकिस्ता के खिलाफ मैच में हो गया है जहा उन्होने शानदार प्रदर्शन करते हुए इमाम-उल-हक और सरफराज अहमद का विकेट चटकाया था।
मैच के बाद रिपोर्टरो से बात करते हुए विजय शंकर ने कहा, ” मैं जानता हूं कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर सकता हूं लेकिन यहां मेरी गेंदबाजी मेरे लिए अच्छी रही।”
पाकिस्तान के खिलाफ अपना दूसरा ओवर फेंकने आए भुवनेश्वर कुमार गेंदबाजी करते वक्त चोटिल हो गए थे तो कप्तान विराट कोहली ने विजय शंकर को उनका ओवर पूरा करने के लिए गेंद थमाई थी और उस दौरान विजय शंकर ने अपनी पहली गेंद में इमाम-उल-हक का विकेट लिया।
शानदार गेंदबाजी के 5/22 आकड़े दर्ज करने के बाद विजय शंकर ने कहा, ” मैं खेल के हर विभाग में सुधार करने के लिए देख रहा हूं। तो इसलिए जैसी भी परिस्थिती हो मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं। मैं हमेशा अपनी तैयारियो पर ध्यान क्रेंदित करता हूं।”
हालांकि, टीम प्रबंधन ने विजय शंकर को नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए चुना था, लेकिन शंकर अब नंबर छह और सात में भी बल्लेबाजी करने के लिए तैयार है अगर टीम प्रबंधन हार्दिक पांड्या को नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजता है।
शंकर जिन्होने पाकिस्तान के खिलाफ 15 रन बनाए थे उन्होने कहा, ” ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान शुरुआती कुछ पारियो में मैं नंबर 6 और 7 में बल्लेबाजी करने आया था। जब आपको अपने देश के लिए खेलना होता है तो आपको हर परिस्थिती में खेलने की आदत डालनी होगी।”
लेकिन विश्वकप में पहली गेंद पर विकेट लेना मेरे लिए सबसे बड़ा उपहार था।
शंकर ने कहा, ” यह मेरे लिए एक उपहार था ये बहुत कम होता है कि किसी को इंजरी होए और आप उसकी जगह ओवर पूरा करते हुए विकेट ले। पहली गेंद पर विकेट लेना मेरे लिए एक विशेष चीज है।”
उन्होने कहा, ” यह मेरे लिए एक अच्छा मौका था कि मुझे पाकिस्तान के खिलाफ कई लोगो के सामने अपना विश्वकप डेब्यू करने को मिला। मैं केवल उस समय मैच का आनंद ले रहा था।”