“किंगफ़िशर” के मालिक, विजय माल्या ने बैंक को पैसे चुकाने की इच्छा फिर दोहराई है। मगर उन्होंने शर्त रखी है कि इसके बदले उधारदाता ये पट्टियाँ पढना छोड़ देंगे कि उन्होंने पैसे चुराए हैं।
विजय ने बैंक से उनसे सारे पैसे मांगने के लिए प्रस्ताव रखा था और उसके एक ही दिन बाद, एक बार फिर उन्होंने अपने प्रस्तावित समझौता प्रस्ताव और यूके अदालत में आने वाले फैसले के बीच किसी भी सम्बन्ध की रिपोर्ट को खारिज़ कर दिया है जिसमे भारत के लिए प्रत्यर्पण को रोकने के लिए अनुरोध किया गया है।
उन्होंने ट्वीट किया-“सभी टिप्पणीकारों के लिए पूरे सम्मान में, मुझे समझ नहीं आ रहा हैं कि कैसे मेरा प्रत्यर्पण का फैसला या हाल ही में दुबई से प्रत्यर्पण और मेरा समझौता प्रस्ताव आपस में जुड़े हुए हैं। मैं जहा कही भी शारीरिक रूप में मौजूद हूँ, मेरी अपील है की,’कृपया पैसे लेले’। मैं इस कहानी को रोकना चाहता हूँ जिसमे ये कहा गया है कि मैंने पैसे चुराए हैं।”
Respectfully to all commentators, I cannot understand how my extradition decision or the recent extradition from Dubai and my settlement offer are linked in any way. Wherever I am physically,my appeal is “Please take the money”. I want to stop the narrative that I stole money
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 6, 2018
बुधवार के दिन, माल्या ने अपने खिलाफ लगे इल्ज़ामों को खारिज़ करते हुए कहा था कि उन्होंने बैंक से जितना भी पैसा उधार लिया है वे सब लौटा देंगे।
Airlines struggling financially partly becoz of high ATF prices. Kingfisher was a fab airline that faced the highest ever crude prices of $ 140/barrel. Losses mounted and that’s where Banks money went.I have offered to repay 100 % of the Principal amount to them. Please take it.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 5, 2018
For three decades running India’s largest alcoholic beverage group, we contributed thousands of crores to the State exchequers. Kingfisher Airlines also contributed handsomely to the States. Sad loss of the finest Airline but still I offer to pay Banks so no loss. Please take it.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 5, 2018