नई दिल्ली, 22 मई (आईएएनएस)| यह कहना सही होगा कि भारत ने अभी तक विजय अमृतराज जैसा दूसरा टेनिस खिलाड़ी पैदा नहीं किया है। विजय की एकल वर्ग में सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 18 रही है। विजय ने कहा है कि आज के समय में खिलाड़ियों को जो सुविधाएं मिल रही हैं वो उनके दौर में नहीं थी और इसलिए खिलाड़ियों को इनका पूरा फायदा उठाना चाहिए।
विजय ने आईएएनएस से कहा, ” खेल बीते 30 साल में पूरी तरह से बदल गया है। मैं पहला पेशेवर खिलाड़ी था, यह ऐसा था कि उस समय लोगबाग इस बात को समझ ही नहीं पाए थे, लेकिन आज सभी को पता है। आज प्रायोजक हैं, टीवी है। जब हम बड़े हो रहे थे तब हमें कुछ नहीं पता था। हमें नहीं पता था कि सिक्के का दूसरा पहलू क्या है। इसलिए आज प्रतिबद्धता पूरी तरह से खिलाड़ी से आनी चाहिए।”
विजय ने कहा कि अगर भारतीय खिलाड़ी किसी ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ में जगह बना लेते हैं तो उन्हें इस मौके को पूरी तरह से भुनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमें टीवी पर देखने का मौका नहीं मिला था लेकिन आज हर कोई टीवी पर देख सकता है कि ग्रैंड स्लैम क्या है। इसलिए आप जब वहां जाते हो तो आप वो देखते हो जो टीवी पर देख चुके हो।”
विजय ने हालांकि कहा कि ग्रैंड स्लैम इतना बड़ा होता है कि उसके माहौल से खिलाड़ी नर्वस हो जाता है।
पूर्व खिलाड़ी ने कहा, “आप चाहे जो भी हों, आप वहां नर्वस हो जाओगे, लेकिन जैसे ही आप एक-दो मैच खेल लोगे तो आपको आदत हो जाएगी और आप फिर चुनौती का सामना कर सकोगे।”
विजय ने कहा कि मौजूदा समय में उन्हें प्रजनेश गुणास्वेरन का खेल देखने में मजा आता है।
उन्होंने कहा, “हम भाग्यशाली हैं कि वह अच्छा कर रहे हैं। वह सीधे तौर पर ग्रैंड स्लैम में पहुंचे हैं यह हमारे लिए अच्छी बात है। ग्रैंड स्लैम जाना और एक भारतीय को ड्रॉ में देखना ऐसी चीज है जो लंबे समय से नहीं देखी गई।”