मंगलवार को निर्देशक विकास बहल पर चल रहे सेक्सुअल हरैसमेंट के केस की सुनवाई की गई जिसमे फैंटम फ़िल्म्स प्रोडक्शन हाउस के पार्टनर्स अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवाने, विकास बहल भी कोर्ट में उपस्थित रहे और केस को सुना।
विकास बहाल पर इल्जाम लगाने वाली पीड़िता के वकील नवरोज़ सीरवाई ने एक स्टेटमेंट ज़ारी किया जिसमें पीड़िता के बयान के साथ उसके हस्ताक्षर भी थे।
इस स्टेटमेंट के अनुसार यह घटना तीन साल पुरानी है और पीड़िता कोई भी पुलिस केस या कोर्ट केस नहीं करना चाहती थी।
एडवोकेट सीरवाई ने विकास बहल को सीरियल रेपिस्ट कहा और न्यायाधीश एस जे काठवाला के पूछने पर कि क्या आप कोई शिकायत दर्ज़ नहीं कराना चाहते हैं? सीरवाई ने कहा कि “नहीं। और यही आजकल दुनिया में हो रहा है।”
विकास बहल के वकील जनक द्वारकादास ने कहा कि पीड़िता को सुनवाई के लिए कोर्ट में आना पड़ेगा। ऐसा करना गलत होगा कि केवल बहल को ही इन परिस्थितियों से गुज़रना पड़े और उनकी छवि ख़राब हो।
अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवाने के वकील वेंकटेश ढोंढ़ ने कहा कि अगर पीड़िता अपना केस दर्ज़ नहीं कराना चाहती है इसका यह मतलब नहीं है कि यह घटना हुई ही नहीं है।
ढोंढ़ ने कहा कि पीड़िता द्वारा शिकायत करने के बाद अनुराग कश्यप और उनके पार्टनर्स के द्वारा पूछे जाने पर विकास रो पड़े थे और रिहैब जाने का वादा किया था। विकास बहाल ने कहा था कि शराब पीने के बाद वो अपना आप खो बैठते हैं।
विकास बहल पे सेक्सुअल हरैसमेंट के इल्जाम लगाए जाने के बाद निर्माता निर्देशक अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवाने उनके साथ अपनी कम्पनी फेंटम फिल्म्स तोड़ रहे हैं। जिसपर विकास बहल ने कहा है कि कश्यप और मोटवाने जानबूझ कर ऐसा कर रहे हैं जिससे बहल की छवि धूमिल हो रही है।
गौरतलब है कि पीड़िता ने कोई भी केस करने से इंकार किया है पर उसने कई इंटरव्यूज में इस बात का ख़ुलासा किया है। विकास बहल पर ये इल्जाम लगाया है कि अपनी फ़िल्म बॉम्बे वेलवेट की रिलीज़ पार्टी में उन्होंने गोवा में अपने कर्मचारी का सेक्सुअल हैरसमेंट किया था।