ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव ने रैली फॉर रिवर की शुरुआत की है। राजस्थान में रैली जयपुर में आई जिसमे जयपुर एक्ज़ीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में एक सभा का आयोजन किया गया जिसमे जग्गी वासुदेव ने सभा को सम्बोधित किया, और साथ ही वसुंधरा भी मौजूद थी। इस सभा में लाये हुए बच्चों की जब जानकारी ली गयी तो पता चला, जिले के कुछ विद्यालयों में स्टूडेंट लाने की अनिवार्यता का आदेश मिला था।
इस रैली के लिए हुई सभा में जिन छात्रों को लाया गया उन्हें सद्गुरु और उनके इस अभियान के बारे में कोई ज्ञान नहीं था। एक छात्र से पूछने पर पाया कि उसे उसके शिक्षकों ने कहा है कि इस प्रोग्राम में एक संत और सीएम के सम्मुख प्रस्तुति देनी है। एक सरकारी स्कूल के शिक्षक गोपाल लाल से पूछने पर पता चला कि इस प्रोग्राम के लिए जिला अधिकारी से आदेश आया है कि हर स्कूल से कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को 2 शिक्षकों के साथ भेजना जरुरी है। ऐसा आदेश लगभग 24 विद्यालयों में भेजा गया है। लाने ले जाने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गयी थी।
उधर सीएम और शिक्षामंत्री ने प्रेस में कहा कि देश में स्वतंत्रता के बाद पहला ऐसा आंदोलन है, जिसमे इस तरह लोग बढ़ चढ़ कर भाग ले रहे है। इस तरह हर जाती, धर्म, सम्प्रदाय और हर रंग के लोगो को साथ आते पहले नहीं देखा। इसमें पुरुष, महिला और बचे सभी मौजूद है।
सभा को सम्बोधित करते हुए जग्गी वासुदेव ने मिसकाल करने की अपील की है। जग्गी वासुदेव ने 80009-80009 पर मिसकॉल करने की अपील की है।
इस रैली की शुरुआत डॉ हर्षवर्धन सिंह ने दिल्ली में 3 सितम्बर को जल सरंक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए की थी। यह रैली 16 राज्यों में घूमती हुई 2 अक्टूबर को फिर से दिल्ली पहुंचेगी।