Sun. Nov 17th, 2024
    वर्ष 2022 में FASTag के माध्यम से इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्शन 46% की बढ़ोतरी

    सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बताया है कि FASTag के माध्यम से इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्शन में पिछले कुछ वर्षों से लगातार बढ़ोतरी देखी गई है। वर्ष 2022 के दौरान राज्य राजमार्ग शुल्क प्लाजा सहित शुल्क प्लाजा पर FASTag के माध्यम से कुल टोल कलेक्शन 50,855 करोड़ रुपये था जो 2021 के 34,778 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग 46 प्रतिशत की बढ़त दर्शाता है।

    दिसंबर 2022 में राजमार्ग शुल्क प्लाजा पर FASTag के माध्यम से औसत दैनिक टोल कलेक्शन 134.44 करोड़ रुपये था और एक दिन का उच्चतम कलेक्शन 24 दिसंबर 2022 को 144.19 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

    FASTag लेनदेन की संख्या में भी 2021 की तुलना में 2022 में लगभग 48 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। 2021 में 219 करोड़ रुपये और 2022 में 324 करोड़ रुपये फास्टैग लेनदेन रही।

    अब तक जारी किए गए 6.4 करोड़ FASTag के साथ देश भर में FASTag सक्षम शुल्क प्लाजा की कुल संख्या भी पिछले वर्ष 2021 के 922 की तुलना में 2022 में बढ़ कर 1,181 तक पहुंच गई है, इसमें 323 राज्य राजमार्ग शुल्क प्लाजा शामिल है। 

    FASTag प्रोग्राम के तहत राज्य शुल्क प्लाजा को शामिल करने के लिए 29 विभिन्न राज्य निकायों व प्राधिकरणों के साथ MoU पर हस्ताक्षर किए गए हैं जिनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक आदि जैसे राज्य शामिल हैं।

    FASTag व्यवस्था ने राजमार्ग शुल्क प्लाजा के प्रतीक्षा समय को काफी कम कर दिया है जिसका परिणाम उपयोगकर्ता अनुभव में वृद्धि के रूप में आई है। निरंतर वृद्धि तथा राजमार्ग उपयोगकर्ताओं द्वारा FASTag के इस्तेमाल से टोल में और अधिक दक्षता लाने में मदद मिली है।

    राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ-साथ विभिन्न शुल्क प्लाजा पर इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्शन प्रणाली की तैनाती से प्रणाली में पारदर्शिता आई है और इसने सड़क परिसंपत्तियों के सही वैल्युएशन में सक्षम बनाया है जिसने अधिक निवेशकों को देश की राजमार्ग अवसंरचना, विशेष रूप से ऐसेट रिसाइक्लिंग में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *