विषय-सूचि
वर्चुअल रियलिटी का मतलब (virtual reality meaning in hindi)
वर्चुअल अर्थ का मतलब होता है, आभासी यानी अहसास होना। रियलिटी का मतलब होता है, सच्चाई यानी सच। ऐसे में वर्चुअल रियलिटी का मतलब होता है, कि हमें आभासी रूप से सच्चाई का अनुभव हो रहा है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आप कोई जगह देखने गए हैं, तो आप उस जगह को सच में देख रहे हैं। लेकिन यदि आप उस जगह की फोटो या विडियो देखते हैं, तो आपको यह महसूस हो जाता है, कि आप सच्चाई में वहां नहीं हैं, बल्कि सिर्फ चित्र देख रहे हैं।
लेकिन यदि आपको घर बैठे ही ऐसा अनुभव मिल सके, कि आप अपनी मनपसंद जगह घूम रहे हैं, तो कैसा होगा? वर्चुअल रियलिटी कुछ ऐसा ही है।
वर्चुअल रियलिटी क्या है? (what is virtual reality in hindi)
वर्चुअल रियलिटी, शब्द आपने कई बार सुना होगा, लेकिन इसका अनुभव कुछ ही लोगों ने किया होगा। दरअसल वर्चुअल रियलिटी एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो वर्चुअल इमेज, वर्चुअल साउंड और दूसरी कई वर्चुअल्ली चीजें दिखाने के लिए काम आती है। इसको कोर्ट फॉर्म में वीआर भी कहते हैं।
जब आप इसको इस्तेमाल करते है तो आपको ऐसा फील होता है की ये बिलकुल ओरिजिनल है एंड रियल मे आपके सामने ही सब कुछ हो रहा है। इसको प्रयोग करने पर आपको लगने लगने लगता है की आप उसी माहौल में मौजूद है। वर्चुअल रिएलिटी हेडसेट को पहनने के बाद अगर आप किसी 360 डिग्री वीडियो को देखते है तो आप ऊपर नीचे आगे पीछे घूम कर भी देख सकते है।
वर्चुअल रियलिटी एक ऐसी अाभासी दुनिया है जिसे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर द्वारा बनाया जाता है, लेकिन आप इसका हिस्सा बन सकते हैं। वर्चुअल रिएलिटी का अनुभव लेने के लिये दृष्टि और ध्वनि का प्रयोग किया जाता है। जिन गेम्स को आप अब तक मोबाइल और कंप्यूटर पर खेला करते थे, वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से आप उनका हिस्सा बन सकते हैं। यह उससे भी कहीं आगे हैं।
आप कमरे में बैठे-बैठे अंतरिक्ष की याञा पर जा सकते हैं। किसी कार को ड्राइव कर सकते हैं। गेंमिग की दुनिया में वर्चुअल रियलिटी ने कमाल कर दिया है। इस नकली संसार को वास्तविक बनाने के लिये गेम डेवलपर्स ने कृत्रिम रूप से द्रश्य, आवाज, स्पर्श और गंध को शामिल किया है।
कैसे काम करता है वीआर? (working of virtual realty in hindi)
अभी तक मुख्यरूप से वीआर हेडसेट में वीडियो प्ले करने के लिए दो तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है.
1. डायरेक्ट वीआर हेडसेट पर : इस ऑप्शन में एक लोकल इंटरनेट नेटवर्क के जरिये वीआर डिवाइस पर वीडियो भेजा जाता है और इसे कई लोग वीआर हेडसेट्स पर देख सकते हैं।
गेमिंग कंसोल को भी सीधे वीआर हेडसेट से जोड़ा जा सकता है। आजकल इस तरह की टेक्नोलॉजी खासतौर पर किसी इवेंट को लाइव दिखाने के लिए या गेमिंग के लिए इस्तेमाल की जाती है। आजकल बहुत सी गेमिंग वर्चुअल रियलिटी में बनाई जा रही है। रेसिंग गेम अभी सब से ज्यादा पॉपुलर है। ड्राइविंग सिम्युलेटर लोगों की पहली पसंद बानी हुई है।
दरअसल सिम्युलेटर में लोगों को हैंडल एक्सेलेटर और गियर वाली एअक सीट में बैठा दिया जाता है। जब लोग गेम शुरू करते हैं तो उन्हें मेसूस होता है मनो वह खुद ही ड्राइविंग कर रहे है। एक शोध के अनुसार जब लोग ऐसे गेम खेलते हैं तो उन्हें समय का पता ही नहीं चलता।
2. आपके मोबाइल स्क्रीन के जरिए : आम लोगों के इस्तेमाल में मोबाइल वीआर हेडसेट्स काफी पॉपुलर होते जा रहे हैं। इसमें वीआर हेडसेट कवर में मोबाइल को फिट किया जाता है और मोबाइल पर वर्चुअल रियलिटी का फील देने के लिए बनाए गए खास तरह के वीडियो देखे जा सकते हैं।
इसके लिए आपको अपने फ़ोन को वीआर हेडसेट में डालना होता है। कई बार वीआर हेडसेट के साथ ईरफ़ोन भी मिलते हैं जो आपके एक्सपीरियंस को दुगना कर देते हैं।
आपको इसका इस्तेमाल करने के लिए इसे आँखों के आगे पहनना होता है। फिर बस आपका असली दुनिया से नाता टूट जाता है और आप एक वर्चुअल दुनिया में प्रवेश कर जाते हैं।
क्या आपका फ़ोन वर्चुअल रियलिटी सपोर्ट करता है? (virtual reality in phone in hindi)
आप को बता दें की सभी फ़ोन वर्चुअल रियलिटी को सपोर्ट नहीं करते। वर्चुअल रियलिटी को सपोर्ट करने के लिए आपके फ़ोन में गयरोस्कोप का होना बहुत जरुरी है।
गयरोस्कोप के बिना आप वीआर यूज तो कर सकते हो लेकिन आपको वीआर वाला एक्सपीरियंस नहीं मिलेगा। अब आपको जान लेना चाहिए गयरोस्कोपे क्या होता है। गयरोस्कोप हमारे फ़ोन में मौजूद एक ऐसा सेंसर होता है जो की फ़ोन को उसकी पोजीशन पता करने में मदद करता है या यह कह सकते है की हम अपने फ़ोन को कैसे और कब मूव कर रहे है ये पता लगाने में मदद करता है।
इसकी मदद से ही हमारा मोबाइल यह पता कर पता है की विडियो का कोनसा हिस्सा आपको दिखाना है।
घर पर कैसे लें वर्चुअल रियलिटी का अनुभव? (virtual reality experience at home in hindi)
अगर आप वर्चुअल रिएलिटी का अनुभव लेना चाहते हैं तो बस अापको खरीदना होगा गूगल कार्डबोर्ड यह बहुत ही सस्ता वर्चुअल रिएलिटी डिवाइस है जो आपके मोबाइल फोन के साथ जुडकर आपको वर्चुअल रिएलिटी की दुनिया में ले जायेगा।
वीआर कार्डबोर्ड गूगल द्वारा लाॅन्च किया गया वर्चुअल रियालिटी प्लेटफाॅर्म है। इस कार्डबोर्ड से अाप घर में ही मोबाइल में एंटरटेनमेंट, वर्चुअल टूअर, एजुकेशन और वर्ड टूरिज्म का मजा ले पायेगें।
वर्चुअल रियलिटी हेडसेट के प्रकार (types of virtual reality headsets in hindi)
1. गूगल कार्डबोर्ड (google cardboard in hindi)
ये एक कार्डबोर्ड का डिब्बा होता है जिसमे लेंस लगे होते हैं। ये ऑनलाइन बाजार से आप बहुत सस्ते में खरीद सकते हैं।
इसकी कीमत 200 रूपए से शुरू हो जाती है। इसको आपको बेहतरीन क्वालिटी तो नहीं मिलेगी लेकिन आप इससे वर्चुअल रियलिटी का मज़ा जरूर ले सकते हैं।
2. प्लास्टिक वीआर सेट (plastic vr in hindi)
ये पल्स्टिक से बने हुए वीआर हेडसेट होते है। आप इनको मीडियम रेंज वाला वीआर सेट भी कह सकते हैं। ये एक प्लास्टिक का डिब्बा होता है जिसमे फ़ोन को रखने की जगह होती है।
इसमें एक स्ट्रैप भी होता है जिसे आप अपने सिर के पीछे बांध सकते हैं। इससे आपको इसको हाथ से पकड़ने की जरुरत नहीं पड़ती। इनकी कीमत 500 रूपए से शुरू हो जाती है।
3. गियर वीआर (gear vr in hindi)
ये बहुत ही महंगे वीआर सेट होते हैं। इसको बनते हुए आपके कम्फर्ट का पूरा ध्यान रखा जाता है। ये इस तरह से डिज़ाइन किये जाते हैं ताकि आप इन्हे लम्बे समय के लिए भी पहने रह सके।
ऐसे वीआर लोकल नेटवर्क से भी कनेक्ट हो जाते हैं। इनमे आपको विसुअल के साथ साउंड का भी अच्छा एक्सपीरियंस मिल जाता है। इनकी कीमत 10,000 रूपए से शुरू हो जाती है।
वीआर के फायदे (benefits of virtual reality in hindi)
- वीआर के इस्तेमाल से उपयोगकर्ता को काफी बेहतरीन अनुभव मिलता है।
- ये एक अलग दुनिया में ले जाता है।
- आपकी टेंशन और डिप्रेशन को चुटकी में भगा सकता है।
- काफी बेहतरीन डिटेल व्यू प्रदान करता है, मानो आप उसी जगह मौजूद है।
वीआर के नुक्सान (disadvantage of virtual reality in hindi)
- वीआर आप को असली दुनिया से दूर ले जा सकता है।
- वीआर आप को अपना आदि बना सकता है।
- ज्यादा इस्तेमाल से आँखों पर फ़र्क़ पड़ता है।