वन्दे भारत एक्सप्रेस के लांच होने के बाद से इसमें कई समस्याएँ आ चुकी है और वे बहुत नहीं थी तो अब इस पर अज्ञात समूह द्वारा कानपुर के पास पत्थरबाजी की गयी है। इंडिया टुडे के मुताबिक इस घटना की वजह से इस ट्रेन की खिड़की के एक शीशे को नुकसान पहुंचा है।
पत्थरबाजी की यह तीसरी घटना :
बतादें की पिछले तीन महीनों के समय में ट्रेन 18 या वन्दे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की यह तीसरी घटना है। सबसे पहले इस पर पत्थरबाजी 20 दिसम्बर को की गयी थी जब इसका ट्रायल रन चल रहा था। इसके बाद इस पर 2 फरवरी को भी पत्थरबाजी की गयी थी और सबसे हालिया इस पर आज पत्थरबजाई हुई है। इस ट्रेन को 15 फरवरी को ही लांच किया गया था।
ट्रायल रन के दौरान भी हुई थी पत्थरबाजी :
ट्रेन 18 जिसे वन्दे भारत एक्सप्रेस नाम दिया गया है, इसकी हाल ही में ही नहीं बल्कि इसके लांच होने से पहले भी पत्थर बाजी हुई थी। यह घटना तब हुई थी जब इस ट्रेन का ट्रायल रन किया जा रहा था। उस समय भी एक सामान घटना होने की रिपोर्ट आई थी। इसके बाद पत्थरबाजी इस ट्रेन के लांच होने के चद दिनों पहले हुई थी और हालंकि इससे ट्रेन को ज्यादा क्षति नहीं पहुंची थी। लेकिन इस बार पिछली घटनाओं की तुलना में ज्यादा क्षति हुई है।
ट्रेन 18 में हैं ये ख़ास सुविधाएं :
आईसीएफ चेन्नई द्वारा 100 करोड़ के बजट पर बनाई गयी इस ट्रेन में, समकालीन यात्री सुविधाएं हैं, जैसे कि ऑन-बोर्ड वाईफाई, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, सीसीटीवी, वापस लेने योग्य कोच के साथ स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे और शून्य निर्वहन वैक्यूम-आधारित जैव-शौचालय, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और एक जलवायु नियंत्रण प्रणाली।
16 कोच के साथ, इस ट्रेन में उतनी ही यात्रियों को बिठाने की क्षमता है जितनी ‘शताब्दी एक्सप्रेस‘ में है। इसमें वायुगातिकीय तरीके से दोनों तरफ ड्राईवर केबिन बने हैं। इस ट्रेन में एक अग्रिम तरीके के ब्रकिंग सिस्टम भी हैं जो बिजली बचाने के लिए लगाये गए हैं। पूरी ट्रेन वातानुकूलित हैं ताकी यात्री आराम से अपना सफ़र तय कर सकें और साथ ही साथ इस ट्रेन में बाकी ट्रेन के मुकाबले ज्यादा स्पेस भी मौजूद है।