हमारे देश में गोरा बनने की चाहत लोगो में इस कदर है कि सबसे ज्यादा बिक्री गोरा करने वाली क्रीम की ही होती है। हालांकि, पिछले कुछ समय में कई अभिनेत्रियों ने ऐसी क्रीम और ब्रांड को समर्थन देने से मना कर दिया है जिसमे मॉडल लोपामुद्रा राउत भी शामिल हैं।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए, लोपामुद्रा ने बताया कि कैसे गोरा होने का महत्त्व पूरे भारत में फैला हुआ है। उनके मुताबिक, “देश में ऐसे पुरुष और महिलाएं हैं जो मानते हैं कि गोरा रंग विदेशी है और दुख की बात है कि यह मानसिकता भारत में प्रमुखता से व्याप्त है। अगर आप विदेश जाते हैं, तो लोग भारतीय रंग को पसंद करते हैं।”
उन्होंने आगे साझा किया कि जब वह विदेश जाती हैं तो वहां के लोग उनसे पूछते हैं कि उन्हें ये टैन कहाँ से मिला। उन्होंने आगे खुलासा किया कि जब वह बताती हैं कि ये उनका प्राकृतिक रंग है तो सभी विदेशी चौंक जाते हैं। लोपा ने कहा-“विदेशों में लोग भारतीयों के रंग के लिए बेताब हैं। भारत एकमात्र ऐसा देश है जो गोरे रंग को बढ़ावा देता है और यह दुखद है।”
अभिनेत्री को अपने सांवले रंग पर गुमान है और कहती हैं कि इसे बदलना नहीं चाहती हैं और न ही बदल सकती हैं। उनके मुताबिक, “आप अपने रंग में सुधार कर सकते हैं लेकिन कभी भी एक गोरे व्यक्ति नहीं बन सकते। गोरे के लिए जुनून सिर्फ हमारे देश में प्रबल है। यदि आप विदेश जायेंगे, तो आप अपने और अपने प्राकृतिक रंग के बारे में बहुत अच्छा महसूस करेंगे। हमारे पास जो रंग है, वहां के लोग उसके लिए बेताब हैं। विडंबना यह है कि हम अपनी विशिष्टता की परवाह नहीं करते हैं।”
लोपा ने आगे कहा कि अगर उन्हें बहुत बड़ी कीमत भी मिलेगी, तो भी वह गोरा करने वाले ब्रांड का समर्थन नहीं करेंगी। उन्होंने कहा-“यदि कभी किसी सुन्दरता प्रोडक्ट को समर्थन देने की पेशकश की जाती है, तो मैं इसे कभी नहीं करुँगी। मैं यहां लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए नहीं हूँ।”
अभिनेत्री को आखिरी बार ‘खतरों के खिलाड़ी’ में देखा गया था। उन्हें रियलिटी शो ‘बिग बॉस 10’ से लोकप्रियता मिली थी।