नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)| लोकसभा (Lok Sabha) में सोमवार को नवनिर्वाचित सदस्य के रूप में शपथ लेते समय प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) ने अपने नाम के साथ ‘साध्वी’ उपाधि जोड़ी, जिस पर आपत्ति जताते हुए विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया।
शपथ लेते समय प्रज्ञा बोलीं, “मैं, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पूर्ण चेतनानंद अवधेशानंद गिरि।”
#WATCH: An uproar started in the Lok Sabha today when BJP's winning candidate from Bhopal, Pragya Singh Thakur took oath as MP under the name 'Sadhvi Pragya Singh Thakur Poorn Chetnand Avdheshanand Giri', suffixing her name with her spiritual guru. She took her oath in 3 attempts pic.twitter.com/VuTvZ4BgIT
— ANI (@ANI) June 17, 2019
विपक्षी सदस्यों ने उपाधि के साथ नामोच्चारण पर यह कहकर आपत्ति जाताई कि उन्होंने अपने असली नाम का उपयोग नहीं किया, जो नामांकन दाखिल करते समय पेश किए गए दस्तावेजों में दर्ज है।
भोपाल से नवनिर्वाचित सांसद हालांकि इस बात पर अड़ी रहीं कि उन्होंने उसी नाम का उपयोग किया है, जो नामांकनपत्र में लिखा था। हंगामे के कारण शपथ ग्रहण की प्रक्रिया कुछ देर के लिए बाधित हुई।
अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) वीरेंद्र कुमार ने इसके बाद प्रज्ञा से कहा कि वह उस नाम से शपथ लें, जो उनके निर्वाचन प्रमाणपत्र में लिखा है।
विपक्षी सदस्यों ने प्रज्ञा के शपथ लेने में गुरु पूर्ण चेतनानंद अवधेशानंद गिरि का नाम जोड़ने पर भी आपत्ति जाताई। लोकसभा के अधिकारियों ने प्रज्ञा को बताया कि ‘ईश्वर या संविधान’ की शपथ लेने का प्रावधान है।
भाजपा नेता प्रज्ञा ने दो बार प्रक्रिया बाधित होने के बाद आखिरकार संस्कृत में शपथ ली और अंत में ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया।