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    बिहार में एनडीए का झगडा सुलटने के बाद अब उत्तर प्रदेश में एनडीए में असंतोष पनपने लगा है। लोकसभा सीटों के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने अपना असंतोष जाहिर करते हुए कहा है कि भाजपा नेतृत्व से उचित सम्मान नहीं मिला।

    पार्टी के अध्यक्ष आशीष पटेल, जिनकी पत्नी अनुप्रिया पटेल केन्द्रीय मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार संभालती है, ने कहा “उत्तर प्रदेश में पार्टी के सहयोगी असंतुष्ट हैं और भाजपा को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।” उन्होंने कहा कि पार्टी को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार से सीखना चाहिए।

    पटेल ने कहा “राज्य भाजपा का नेतृत्व हमें वह सम्मान नहीं दे रहा है जिसके हम हकदार हैं। उन्हें हाल के नुकसानों से सीख लेनी चाहिए। सपा-बसपा गठबंधन हमारे लिए एक चुनौती है। उत्तर प्रदेश में सहयोगी दल परेशान हैं। केंद्र में नेतृत्व को कुछ करना होगा, अन्यथा एनडीए को राज्य में नुकसान होगा।”

    उन्होंने कहा, “हम छोटे दल, अपना दल (एस) की तरह चाहते हैं कि कुछ सम्मान हमें दिखाया जाए। हम, हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को चोट पहुँचती है अगर हमें उचित महत्व नहीं दिया जाता है तो।”

    पटेल ने आरोप लगाया कि मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन समारोह में अनुप्रियुआ को नहीं बुलाया गया जबकि वो स्वास्थ्य मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार संभालती है।

    उन्होंने ये बताने से इनकार कर दिया कि उनकी मांगें क्या है और वो 2019 लोकसभा चुनाव के लिए कितनी सीट चाहते हैं? उन्होंने कहा कि समय आने पर हम अपनी बात रखेंगे।

    तीन हिंदी हार्टलैंड राज्यों में हार एक चिंता का विषय है, लेकिन पार्टी कमजोर नहीं हुई है। पटेल ने कहा, पार्टी नेतृत्व को चुनाव परिणाम की समीक्षा करनी चाहिए।

    वह उत्तर प्रदेश के एकमात्र सहयोगी नहीं हैं जिन्होंने राज्य नेतृत्व के साथ मतभेदों के बारे में खुलकर बात की है। यूपी के कैबिनेट मंत्री सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर राज्य और केंद्र में भाजपा और उसकी नीतियों के खिलाफ टिप्पणी करते रहे हैं।

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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