लेबनान के प्रधानमंत्री का अपने पद से रहस्यमयी तरीके से इस्तीफा देने के बाद सऊदी अरब व लेबनान के बीच तनाव की स्थिति गंभीर हो गई है। लेबनान में संकट गहराने की स्थिति को भांपते हुए सऊदी अरब सरकार ने लेबनान में रह रहे अपने नागरिकों को लेबनान छोड़ने की सलाह दी है व अपने देश वापस लौटने को कहा है।
सऊदी अरब प्रशासन ने कहा है कि लेबनान में घूमने गए यात्रियों व नागरिकों की जान का खतरा हो सकता है ऐसे में वह उस जगह को छोड़कर अपने घर आ जाए। सऊदी अरब सरकार व संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने लेबनान सरकार के साथ तनाव के बाद ये आदेश जारी किए है।
गौरतलब है कि लेबनान के प्रधानमंत्री साद हल-हरीरी ने सऊदी अरब से अपना इस्तीफा भेजा था। लेकिन लेबनान के राष्ट्रपति ने हरीरी का इस्तीफा नामंजूर कर दिया। लेबनान के राष्ट्रपति ने कहा कि अचानक के रहस्यमयी तरीके इस्तीफा दिए जाने पर संशय हो रहा है। इसलिए जब तक हरीरी के इस्तीफे का कारण स्पष्ट नहीं हो जाता है वो तब तक इस्तीफा मंजूर नहीं करेंगे।
लेबनान के पीएम को है जान का खतरा
पिछले साल नवंबर में ही साद हरीरी को लेबनान का प्रधानमंत्री नामित किया गया था। इससे पहले साल 2005 में साद अल-हरीरी के पिता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री रफीक अल-हरीरी की हत्या भी कर दी गई थी।
लेबनान संकट को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति भी अचानक से सऊदी अरब के दौरे पर जा रहे है। संभावना है कि इस दौरान लेबनान संकट पर भी बातचीत होगी। लेबनान के प्रधानमंत्री को सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा जा रहा है। लेबनान का आरोप है कि प्रधानमंत्री को सऊदी अरब में जान का खतरा है।
हरीरी ने अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए कहा कि लेबनान को हिज्बुल्ला के आतंकियों ने बंधक बना लिया है। साथ ही हरीरी ने अपनी जान का खतरा भी बताया है।
हरीरी सरकार में हिज्बुल्ला की भागीदारी भी बताई जा रही है। वहीं हिज्बुल्ला को ईरान का आतंकी संगठन भी माना जाता है। सऊदी अरब व हिज्बुल्ला के बीच तनाव की स्थिति भी बनी रहती है।