Sat. Nov 23rd, 2024
    लेबनान प्रधानमंत्री

    लेबनान व सऊदी अरब के बीच तनातनी बढ़ गई है। लेबनान के प्रधानमंत्री साद हल-हरीरी के सऊदी अरब में पद से इस्तीफा भेजने के बाद दोनों देशों के बीच में संकट गहरा गया है। संकट को भांपते हुए सऊदी अरब ने लेबनान में रह रहे अपने देश के नागरिकों को तुरंत वहां से वापस आने की अपील की थी।

    वहीं अब लेबनान के उग्रवादी संगठन हिज्बुल्ला ने सऊदी अरब पर आरोप लगाया है कि लेबनान के पीएम हरीरी ने इस्तीफा सऊदी अरब के दबाव में दिया है।

    हिज्बुल्ला ने इसके अलावा सऊदी अरब पर लेबनान के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आरोप भी लगाया है। गौरतलब है कि लेबनान के प्रधानमंत्री हरीरी ने सऊदी अरब से ही अपने इस्तीफे की घोषणा की थी।

    सऊदी अरब प्रशासन ने हरीरी को किया नजरबंद

    लेबनान के उग्रवादी संगठन हिज्बुल्ला ने कहा है कि हरीरी पर सऊदी अरब प्रशासन द्वारा जबरन दबाव बनाया गया है। साथ ही लेबनान के प्रधानमंत्री को सऊदी अरब में नजरबंद करके रखा गया है।

    सऊदी अरब व हिज्बुल्ला के बीच में तनाव की आशंका शुरूआत से ही बनी हुई है। सऊदी, हिज्बुल्ला को अपना दुश्मन समझता है। शनिवार को लेबनान के प्रधानमंत्री हल-हरीरी ने सऊदी के रियाद से टीवी पर अपना इस्तीफा देते हुए कहा था कि उनकी जान को खतरा है।

    वहीं हिज्बुल्ला पर भी निशाना साधा था जिसके बाद अब हिज्बुल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हिज्बुल्ला ने सऊदी अरब पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां का प्रशासन लेबनान व हिज्बुल्ला को आपस में भिड़ाना चाहता है। लेकिन सऊदी का निशाना सिर्फ लेबनान पर ही है।

    हालांकि लेबनान के राष्ट्रपति ने हरीरी का इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि जब तक हरीरी के बारे में पता नहीं चल जाता है वह इस्तीफे को स्वीकार नहीं करेंगे। सऊदी अरब ने स्थिति को भांपते हुए अपने देश के नागरिकों को लेबनान नहीं जाने की सलाह भी दी है।