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    लीबिया में संघर्ष

    यूएन के वरिष्ठ राजदूत ने मंगलवार को चेतावनी दी कि उत्तरी अफ्रीकी देश गृह युद्ध की कगार पर है और यह देश के स्थायी विभाजन का नेतृत्व करेगा। यूएन के महासचिव के विशेष प्रतिनिधि ने कहा कि पहले की ही क्षति को ठीक होने में वर्षों का समय  लगेगा वो भी अगर जंग अभी खत्म हो गयी तो।”

    सलामे ने कहा कि “यह वो रिपोर्ट है जिससे बचने के लिए मैंने दो वर्षों का समय व्यतीत किया है। 48 दिनों पूर्व हफ्तार की सेना ने त्रिपोली पर हमला किया था और यहां पहले से ही काफी हत्या और तबाही हो चुकी है।” 4 अप्रैल को जनरल हफ्तार की सेना ने राजधानी पर आक्रमण किया था।

    उन्होंने कहा कि “मानवीय कारकर्ताओं के मुताबिक 10000 से अधिक पुरुष, बच्चे और महिलाएं फ्रंट लाइन क्षेत्र में तत्काल फंसे हुए हैं और 400000 से अधिक क्षेत्र सीधे तौर पर संघर्ष से प्रभावित हैं। हालिया संघर्ष की शुरुआत से 460 लोगो की मौत हुई है और उसमे 29 नागरिक थे और 2400 से अधिक अधिकतर नागरिक बुरी तरह घायल थे। 75000 सर अधिक लोगो को मज़बूरन अपना घर छोड़ना पड़ा था और वह सभी नागरिक थे। आधे से अधिक विस्थापित नागरिक है।

    सुरक्षा परिषद् ने मांग की कि देशों को लीबिया में हथियार निर्यात करना रोकना होगा। कुछ देश इस खूनी संघर्ष को बढ़ावा दे रहे हैं और यूएन को इसे रोकना चाहिए। साल 2014 सर यूएई एयर मिस्र हफ्तार की सेना को हथियार उपकरण मुहैया कर रहे हैं, जिसमे जंगी विमान और विमान शामिल है।

    जीएनए की सेना ने भी बीते शनिवार को हथियारबंद वाहनों के शिपमेंट को रिसीव किया था। उनके फेसबुक पर वीडियो और तस्वीरो के पोस्ट के मुताबिक तुर्की द्वारा निर्मित दर्जन हथियारबंद वाहन त्रिपोली के बंदरगाह पर पंहुचे थे। सलामे इस ऐसे हथियार समझौते का उल्लंघन करार दिया है। एलएनए को प्रतिबंधित हथियारों का निर्यात किया जा रहा है।

    उन्होंने लीबिया में प्रवसियों और शरणार्थियों के लिए बदतर स्थितियों को भी रेखांकित किया है। करीब 3400 शरणार्थी और प्रवासी नजरबन्द कैद्गृह में फंसे हुए हैं। यूएन की मानवीय विभाग संघर्ष से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र से लोगो को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का प्रयास कर रही है।

    सलामे ने आगाह किया कि त्रिपोली पर हमला लीबिया के पदोइ मुल्कों और व्यापक क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। पश्चिमी देशों के साथ राजधानी की सुरक्षा का पहले से ही इस्लामिक स्टेट और अलकायदा के समूहों द्वारा शोषण किया जा रहा है।

    4 अप्रैल को लीबिया के दक्षिण में चार अलग आईएस के हमले हुए थे और इसमें 17 लोगो की मृत्यु हुई थी और 10 अन्य जख्मी हुए थे और आठ लोगो का अपहरण किया गया था। लीबिया की सेना ने आतंकी समूहों के खिलाफ पूर्व में अपने देश की हिम्मत से रक्षा की है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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