संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित गवर्मेंट ऑफ़ नेशनल एकॉर्ड की सेना ने खलीफा ह्फ़्तार की लिबयन नेशनल आर्मी के खिलाफ हवाई हमले किये थे। सिन्हुआ ने अधिकारी के हवाले से बताया कि “त्रिपोली में हवाईअड्डे के करीब सैनिको पर दो हवाई हमले किये गए थे।”
दक्षिणी त्रिपोली के वाड़ी रबी शहर में तीसरा हवाई हमला किया गया था। बयान में रेखांकित किया गया कि एयरपोर्ट पर किया गया हवाई हमले एक दम सटीक निशाना था। अप्रैल में हफ्तार की सेना ने राजधानी त्रिपोली की तरफ कूच किया था और इसके बाद क्षेत्र में तनावग्रस्त हालात बरक़रार है।
खलीफा हफ्तार और यूएन समर्थित सरकार के बीच संघर्ष से 653 लोगो ने अपनी जान गंवाई है जबकि 3547 लोगो को बुरी तरह चोट लगी है। यह आंकड़े विश्व स्वास्थ्य संघठन ने जारी किये हैं। साल 2011 में मुअम्मर गद्दाफी की हत्या के बाद लीबिया दो भागो में विभाजित हो गया था।
लिबयन नेशनल आर्मी की संसद का पूर्वी भाग पर नियंत्रण है जबकि यूएन समर्थित गवर्मेंट ऑफ़ नेशनल एकॉर्ड का राजधानी से लेकर पश्चिमी भाग पर नियंत्रण है। सूडान में संघर्ष की स्थिति भयानक होती जा रही है। संघर्ष के आलावा प्राकृतिक आपदा भी लीबिया की आवाम के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।
इस संघर्ष ने 75000 लोगो को पाने घर को छोड़ने के लिए मज़बूर कर दिया था और हज़ारो प्रवासी बंदी शिविरों में फंसे हुए हैं। इसके कारण स्कूल बंद हो गए हैं, परिवार बिछड़ गए हैं और बिजली काट दी गयी है।
विश्व स्वास्थ्य संघठन ने ट्वीट कर बताया कि “त्रिपोली संकट में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 607 बढ़ गया है और इसमें 40 नागरिक भी शामिल है और 3261 लोग जख्मी हुए हैं जिसमे 117 नागरिक है।”